अमेरिका में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक शख्स की अचानक आंखों की रोशनी चली गई. बताया जा रहा है कि वह सोकर उठा ही था कि तभी जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि उसे एक आंख से दिख नहीं रहा है. युवक के परिजन उसे तुरंत अस्पताल ले गए. इसके बाद उसकी आंखों का इलाज चल रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, माइक फ्लोरिडा का रहने वाला है. डॉक्टर ने जब वजह जानी तो पता चला कि उसकी ये हालत कॉन्टेक्ट लेंस के कारण हुई है. दरअसल यह वाक्या जॉब के समय हुआ. उसने नौकरी की थकान को दूर करने के लिए हल्की नींद लेनी चाही. मगर जब वह उठा तो उसे अपनी आंख में इंफेक्शन महसूस हुआ.
माइक को जब यह पता चला उसकी एक आंख की रोशनी चली गई है, तो उसके पैरों से जमीन खिसक गई. माइक का कहना है कि वह अक्सर आंख में इंफेक्शन को महसूस करता था. लेंस लगाने के कारण वह इसे नजरअंदाज करता रहता था. माइक की इस लापरवाही ने उसे आंख से अंधा बना दिया. उसकी आंख में बैक्टीरिया पनपने लगे. इसे एकेनथमोबिया केराटिसिस (acanthamoeba keratitis) कहा जाता है. ये आंखों के टिशू को खत्म करने का काम करता है. इस कारण माइक को इस समस्या का सामना करना पड़ा. माइक का कहना है कि इंफेक्शन के बढ़ने की वजह से उसे यह महसूस हुआ कि लेंस आंखों में फ्लोट कर रहे हैं.
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माइक के अनुसार, एक आंख से देखना बहुत खराब लगता है. इस दौरान माइक को काफी दर्द हुआ. वह इस दर्द को लेकर परेशान होकर चिल्लाने लगा. यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, कॉन्टेक्ट लेंस से इस तरह का नुकसान बहुत कम मामलों में देखा गया है. मगर लोगों को कांटेक्ट लेंस के साथ सोना सही नहीं है.
लेंस के साथ सोने के क्या हैं नुकसान
1. डॉक्टरों का कहना है कि आंखों में कॉर्निया को ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है. लेंस के साथ सोने के कारण कॉर्निया तक ऑक्सीजन नहीं मिलती है. इससे आखों को बड़ा नुकसान होता है.
2. कॉन्टेक्ट लेंस के साथ सोने से आंखों में अल्सर भी पनप सकता है. इस कारण भूल से भी लेंस लगाकर न सोएं.
3. रात को हमेशा सतर्क रहें. सोते समय लैंस को तुरंत बाहर निकाल लें. सात आठ की नींद के दौरान लेंस लगे रहने पर आपकी आंखों का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है. इससे आपको धुंधला भी दिखाई दे सकता है.
Source : News Nation Bureau