Causes of Asthma: पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड जारी है. ठंड के आते ही अस्थमा मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है. मौसम में बदलाव होते ही सांस लेने में दिक्कत के साथ सूजन जैसी समस्या सामने आती है. हाल ही में कानपुर में ठंड के कारण कई मौत के मामले सामने आए हैं. यहां पर 24 घंटे के अंदर 25 लोगों की मौत हो गई. सभी को हार्ट या ब्रेन अटैक की समस्या हुई. इन मामलों में अस्थमा के मरीज भी थे. डॉक्टरों का कहना है कि अस्थामा के मरीजों को इस खराब मौसम में खास ऐहतियात बरतने की आवश्यकता होती है. अस्थमा रोगी ठंड में किस तरह अपना ख्याल रखें, आइए जानते हैं क्या हैं लक्षण.
खुले में कसरत नुकसानदेह: अस्थमा के मरीजों को ठंड से बचकर रहना चाहिए. इस दौरान खुले में एक्सरसाइज करने से परहेज करना चाहिए. इससे अस्थमा के लक्षण बढ़ सकते हैं. इस दौरान अधिक कसरत से भी बचना चाहिए.
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घर के अंदर धूल के कणों को दूर करें: सर्दियों में हमारा ज्यादातर समय घर के भीतर ही बीतता है. घर के अंदर साफ-सफाई न होने के कारण अस्थमा मरीजों को धूल के कण परेशान कर सकते हैं. ऐसे में समय-समय पर घर को वैक्यूम क्लीनर से साफ कर उसे डस्ट फ्री बनाना जरूरी है. इस तरह से अस्थमा मरीजों को सांस की समस्या से बचाया जा सकता है.
मुंह से सांस न लें: अक्सर कई लोग को मुंह से सांस लेते देखा गया है. उन्हें इसकी आदत होती है. कड़ाके की ठंड में नाक से सांस लेना चाहिए. इस मौसम में मुंह से सांस लेने पर अस्थमा बढ़ सकता है. इसके साथ हवा में प्रदूषण के कारण अस्थमा ट्रिगर हो सकता है.
पालतू जानवरों से दूर रहें: घर में पालतू जानवर होने से अस्थमा ट्रिगर हो सकता है. पालतू जानवरों के बाल ऐसे लोगों के लिए परेशानी बढ़ा सकते हैं. ऐसे में जितना भी हो पालतू जानवरों से दूर रहने की जरूरत है.
HIGHLIGHTS
- सांस लेने में दिक्कत के साथ सूजन जैसी समस्या सामने आती है
- खराब मौसम में खास ऐहतियात बरतने की आवश्यकता
- खुले में एक्सरसाइज करने से परहेज करना चाहिए.