Ayurvedic Remedies For PCOS: पीसीओएस एक हार्मोंन से सबंधित बीमारी है जो अब महिलाओं और लड़कियों में कॉमन होती जा रही है. एक अध्ययन के अनुसार भारत में प्रजनन आयु की हर 5 में से एक महिला पीसीओएस से पीड़ित है. इस समस्या एकत बड़ा कारण खराब जीवनशैली भी है. इसलिए विशेषज्ञ इस बात की सलाह देते हैं कि इसे रोकने और स्थायी रूप से प्रबंधित करने का एक आसान तरीका स्वस्थ जीवन शैली है, जिसमें स्वस्थ भोजन, नियमित व्यायाम और श्वास क्रिया, अच्छी नींद शामिल है. वहीं, आयूर्वेद के हिसाब से इसके किचन में मौजूद 3 मसाले भी पीसीओएस को कम करने आपकी मदद कर सकते हैं. तो आइए हम बताते हैं कि वो मसाले कौन से हैं जो पीसीओएस के लिए लाभदायक हैं.
पीसीओएस में लाभकारी 3 मसाले हैं:
सौंफ
काली मिर्च
मेथी
सौंफ
सौंफ के बीज शरीर में एण्ड्रोजन, (पुरुष हार्मोन) को कम करने में मदद करते हैं, जो शरीर पर अतिरोमता या अत्यधिक बालों के विकास को कम करने में मदद कर सकते हैं. 1 चम्मच सौंफ लें और उन्हें रात भर भिगो दें, सुबह 3-5 मिनट के लिए उबालें, छान लें और उस पर घूंट लें.
काली मिर्च
काली मिर्च अतिरिक्त वसा और मोटापा कम कम करने में मदद करता है. यह इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करती है. एक एंटी इन्फ्लेमेटरी के रूप में भी काम करता है जिससे हार्मोनल संतुलन होता है. 1 काली मिर्च ताजी और कुचली हुई सुबह सबसे पहले 1 चम्मच ऑर्गेनिक शहद के साथ ली जा सकती है.
मेथी के बीज
मेथी के बीज इंसुलिन के स्तर और ग्लूकोज सहिष्णुता को स्थिर करने में मदद करते हैं और हार्मोन को भी नियंत्रित करते हैं जो अत्यधिक टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को बेअसर करने में मदद करता है. 1 चम्मच मेथी के दाने लें और उन्हें रात भर भिगो दें, अगली सुबह 5 मिनट तक उबालें, छान लें और उस पर छान लें.
इनका एक साथ सेवन करने का सबसे सरल तरीका:
1 गिलास पानी में 1 छोटी चम्मच सौंफ, 2 काली मिर्च, 1 छोटी चम्मच मेथी दाना, 1 छोटा टुकड़ा गुड़ डालकर तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए.
यदि आप पीसीओएस के लक्षणों जैसे मिजाज, मोटापा, अनियमित पीरियड्स, रंजकता, बालों का झड़ना, बांझपन, अवसाद आदि से जूझ रहे हैं और इसे हार्मोनल गोलियों के बिना ठीक करना चाहते हैं इस मिश्रम का सेवन करें. ज्यादातर महिलाओं में अगर पीसीओडी का स्तर कम होता है तो इस इस मिश्रण से आपको फायेदा हो सकता है.