एमटीवी वीजे और बिग-बॉस की कटेंस्टेंट रही बानी जे के इंस्टाग्राम पर कपिंग थेरेपी की फोटो आजकल वायरल हो रही है। कपिंग थेरेपी की ये फोटो देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये प्रकिया आसान नहीं होती है।
इस थेरेपी के बारे में बानी ने भी कहा है कि ये एक दर्द से भरी प्रकिया होती है। कपिंग थेरेपी रियो ओलंपिक के दौरान सबसे ज्यादा चर्चा में आई थी। कहा जाता है कि कपिंग थेरेपी से शरीर के अंदर की गंदगी बाहर निकल जाती है।
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क्या होती है कपिंग थेरेपी
इस थेरेपी में एक्यूपेंचरिस्ट रूई के गोले को पहले शराब में भिगोता है। इस शराब से भीगे रूई के गोले को कांच से बने छोटे से ग्लास या कप में रखकर इसमें आग लगा दी जाती है। उसके बाद इस आग को बुझाकर गर्म बर्तन को तुरंत ही स्किन पर रखा जाता है।
इससे स्न टिश्यू और बर्तन के बीच में एक वैक्यूम बन जाता है। इससे स्किन के संपर्क में आने वाली अंदर की हवा ठंडी होने लगती है। फिर इसे शरीर से दूर खींचा जाता है। शरीर का ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ा जाता है। जिससे मांसपेशियों को आराम मिलता है।
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क्या होते है फायदे
- ये थेरेपी स्किन टिश्यू को ऑक्सीजन और अन्य जरूरी तत्व देकर गहराई तक आराम देती है। इससे माइग्रेन के कारण पीठ और गर्दन में होने वाली अकड़न आदि से आराम दिलाता है।
- सर्दी और एलर्जी आदि की समस्या में कपिंग थेरेपी फेफड़ों को उत्तेजित कर बलगम को बाहर निकालने में मदद करती है। साथ ही इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
- इसके अलावा हर्निया, हाईड्रोसिल, बवासीर, सियाटिका, आर्थराइटिस, नकसीर और जोड़ों के दर्द आदि में भी ये थेरेपी कारगर होती है।
- इसके अलावा ये सौंदर्य के लिए भी फायदेमंद होती है। इस थेरेपी के जरिए स्किन में कसाव, मुहांसे, एक्जिमा आदि की समस्या भी दूर होती है।
इस थेरेपी का ज्यादातर प्रयोग खिलाड़ी और एथलीट करते है। अगर शरीर ंमें चोट ना हो तो इस थेरेपी का प्रयोग शरीर को आराम देने के लिए करते है। थेरेपी के बाद शरीर पर इसके भायनक से दाग लंबे समय तक के लिए रह जाते हैं।
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Source : News Nation Bureau