सर्दियों (winter) में स्किन और बालों की प्रॉब्लम तो रहती ही है. लेकिन, इसके साथ ही एक प्रॉब्लम और है जो कि सर्दियों में हाथ-पैर ठंडे होना है. अक्सर सर्दियां शुरू होते ही हाथ-पैर भी ठंडे होने लगते है. बल्कि, ऐसा भी होता है कि कितने ही रजाई और कंबल लाद लो फिर भी ठंड कम नहीं होती. पहले आपको ये बता देते है कि हमेशा ही ठंड में ऐसा होता क्यों है. उसके बाद बताएंगे कि इससे दिक्कतें क्या-क्या आती है और लास्ट में बताएंगे इससे बचने के उपाय.
सर्दी में जब ठंड बहुत ज्यादा पड़ने लगती है तो हाथ-पैर की उंगलियों और पंजे तक उतनी ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती. जितनी चाहिए होती है. इस वजह से ब्लड सर्क्युलेशन खराब हो जाता है और हाथ-पैर ठंडे होने लगते है. इसी से बचने के लिए लोग क्या-क्या जतन नहीं करते. कभी सॉक्स, तो कभी गल्वस (gloves) लेकिन कोई असर पड़ता हुआ नहीं दिखाई देता. इसी वजह से इस मौसम में सबसे ज्यादा एनीमिया और डायबिटीज की प्रॉब्लम बढ़ती हुई देखने को मिलती है. ये प्रॉब्लम इतनी बढ़ जाती है कि लोगों को डॉक्टर के पास तक जाना पड़ता है. तो, भई अभी कड़ाके की ठंड पड़ना बाकी है. तो, जरा सावधान हो जाएं और इन घरेलू नुस्खों को आजमाकर अपने हाथ-पैर ठंडे होने से बचा लें.
जिसमें सबसे पहले सेंधा नमक खाना आता है. इस नमक में ऐसे एलिमेंट्स पाए जाते हैं जो बॉडी को अंदर से गर्म रखने में मदद करते हैं. इसके साथ ही ये दर्द और सूजन में भी बेहद कारगर साबित होते है. इसके लिए बस एक टब में गुनगुना पानी भरें और उसमें सेंधा नमक डाल दें. इससे अपने हाथ और पैरों की सिंकाई कर लें. ऐसा करने से उंगलियों में खुजली नहीं होगी और हाथ पांव ठंडे भी नहीं पड़ेंगे. आप चाहें तो इस पानी से नहा भी सकते हैं.
इसी में दूसरे नंबर पर ग्रीन टी पीना आता है. लेकिन, ध्यान रहे कि ग्रीन टी में चीनी की जगह शहद का इस्तेमाल करें और दूध तो बिल्कुल भी ना मिलाएं. इसके अलावा 3-4 ग्रीन टी बैग्स को एक बड़े बर्तन में गर्म पानी में डालें और इस पानी में दस मिनट तक पैरों को भिगोकर रखें. इस तरीके को दिन में दो बार अपनाएं. इससे आपके हाथ-पैरों में गर्माई आने लगेगी.
वहीं हाथ-पैर गर्म रखने की लिस्ट में एक तरीका घास पर चलना भी होता है. सुबह-सुबह घास पर नंगे पांव जरूर चलें. इसी दौरान पांव की एक्सरसाइज भी करें. करीब 30 मिनट तक ऐसा करने से हाथ-पैरों में गर्माई आने लगेगी.
इस दौरान आप तेल की मालिश भी कर सकते है. जब भी हाथ-पैर ज्यादा ठंडे होने लगे तो गुनगुने तेल से मालिश कर लेनी चाहिए. मसाज करने से उंगलियों और पंजों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है. जिससे ऑक्सीजन की सप्लाई अच्छे से होती है. पैरों में अकड़न और खुजली भी नहीं होती है और गर्महाट बनी रहती है.