बर्ड फ्लू ने पशु-पक्षियों पर एक तरह से कहर ढा दिया है. बताया जा रहा है कि पिछले 10 दिनों में हरियाणा के पंचकूला जिले में एशिया की सबसे बड़ी पोल्ट्री बेल्ट में 4 लाख से अधिक पक्षियों की मौत हो गई है. हालांकि राज्य के पशुपालन और डेयरी विभाग ने साफ किया है कि इनमें एवियन इन्फ्लुएंजा की पुष्टि नहीं हुई है. फिर भी जालंधर में रिजनल डिजीज डायग्नोस्टिकलेब्रोटेरी को नमूने भेजे गए हैं और वहां के रिपोर्ट का इंतजार है. उधर, मध्य प्रदेश के मंदसौर में मरे कौओं के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिनमें से चार की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. अब जिला प्रशासन ने 15 दिन के लिए चिकन दुकान और पोल्टीफार्म बंद करने का फैसला लिया है.
हरियाणा के बरवाला क्षेत्र में पक्षियों के री-सैंपलिंग के लिए प्रयोगशाला से एक टीम पहुंची है. बताया जा रहा है कि वहां पक्षी रानीखेत या संक्रामक लेरिंजियो-ट्रैक्टिस से ग्रस्त हो सकते हैं. पंचकुला जिले में पोल्ट्री फॉर्मों में 77,87,450 पक्षी हैं, जबकि 409,970 की मौत हो चुकी है. इस महीने मुर्गियों की मौत पिछले माह की तुलना में अधिक हुई है. हालांकि अभी इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि पॉल्ट्री या पॉल्ट्री प्रोडक्ट के सेवन से कोई आदमी संक्रमित हुआ हो.
मंदसौर (मध्य प्रदेश) के डीएम मनोज पुष्प ने बताया कि कौओं की मौत के बाद जांच के लिए भेजे गए नमूनों में से चार नमूने पॉजिटिव आए हैं. इसलिए जिले की नगर पालिका क्षेत्र में स्थित चिकन दुकानों और पोल्टी फार्म को 15 दिन के लिए बंद कर दिया गया है.
वहीं मध्यप्रदेश पशुपालन विभाग की ओर से कहा गया है कि राज्य में राजस्थान के सीमावर्ती हिस्सों से बर्ड फ्लू आया है. बर्ड फ्लू से इंदौर, मंदसौर, आगर, खरगोन, उज्जैन, देवास, नीमच और सीहोर में कौओं की मौत हुई है. यह देखते हुए सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है.
मध्य प्रदेश के इंदौर में 142, मंदसौर में 100, आगर-मालवा में 112, खरगोन जिले में 13, सीहोर में नौ कौओं की मौत हो चुकी है. इंदौर में कंट्रोल-रूम की स्थापना की गई है और रैपिड रिस्पांस टीम भी बनाई गई है.
Source : News Nation Bureau