Bleeding Gums : मसूड़ों से खून आने की समस्या को गम्भीरता से लेना चाहिए, क्योंकि यह अक्सर दर्दनाक होती है और संक्रामण का भी कारण बन सकती है. यदि आपको मसूड़ों से खून आता है, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप अंतर्निहित कारण निर्धारित करने के लिए अपने दंत चिकित्सक से मिलें. उपचार कारण के आधार पर अलग-अलग होगा, लेकिन इसमें अच्छी मौखिक स्वच्छता का अभ्यास करना, पेशेवर सफाई करवाना, एंटीबायोटिक्स लेना या सर्जरी करवाना शामिल हो सकता है. इस समस्या का इलाज करने के लिए कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय हो सकते हैं. मसूड़ों से खून आना एक आम समस्या है जो कई तरह की चीजों के कारण हो सकती है. आइए जानते हैं इसके कारण और इलाज क्या है.
मसूड़ों से खून आने के कारण
अपर्याप्त ब्रशिंग और फ्लॉसिंग: प्लाक, बैक्टीरिया की एक चिपचिपी परत, लगातार बनती रहती है आपके दांत. यदि आप नियमित रूप से ब्रश और फ्लॉस नहीं करते हैं, तो प्लाक सख्त हो सकता है और टैटार बन सकता है, जो आपके मसूड़ों को परेशान कर सकता है और सूजन और रक्तस्राव का कारण बन सकता है.
मसूड़े की सूजन: मसूड़े की सूजन मसूड़ों की एक सूजन वाली बीमारी है जो प्लाक के निर्माण के कारण होती है. मसूड़े की सूजन मसूड़ों से खून आने का एक प्रमुख कारण है.
माइक्रोबायल प्लाक: माइक्रोबायल प्लाक दांतों पर बनने वाली एक बायोफिल्म है जिसमें बैक्टीरिया, वायरस और कवक होते हैं. यह मसूड़ों की सूजन और पेरियोडोंटाइटिस का कारण बन सकता है, दोनों ही मसूड़ों से खून आने का कारण बन सकते हैं.
हार्मोनल परिवर्तन: महिलाएं गर्भावस्था, रजोनिवृत्ति और मासिक धर्म के दौरान हार्मोनल परिवर्तन का अनुभव कर सकती हैं, जिससे उनके मसूड़े अधिक संवेदनशील हो सकते हैं और रक्तस्राव हो सकता है.
दवाएं: कुछ दवाएं, जैसे कि एस्पिरिन और रक्त पतले, रक्तस्राव की संभावना को बढ़ा सकते हैं, जिसमें मसूड़ों से खून बहना भी शामिल है.
चिकित्सीय स्थितियां: कुछ चिकित्सीय स्थितियां, जैसे कि मधुमेह और स्कर्वी, मसूड़ों से खून आने का कारण बन सकती हैं.
सूखी मुंह: सूखी मुंह लार के प्रवाह को कम कर सकता है, जो मसूड़ों को सूजन और रक्तस्राव के लिए अधिक संवेदनशील बना सकता है.
धूम्रपान: धूम्रपान मसूड़ों की बीमारी का एक जोखिम कारक है, जिससे मसूड़ों से खून आ सकता है.
घरेलू उपचार
नमक के पानी से कुल्ला करें: गरम पानी में नमक मिलाकर कुल्ला करने से मसूड़ों की सूजन कम होती है और खून भी ठंडा होता है.
लहसुन का तेल: लहसुन के तेल को मसूड़ों पर लगाने से खून रुक जाता है और मसूड़ों की सूजन भी कम होती है.
नीम की डट्टी: नीम की डट्टी को पानी में भिगोकर मसूड़ों पर लगाने से खून रुक जाता है और मसूड़ों की सूजन में भी लाभ होता है.
टूथपेस्ट में नमक मिलाएं: अधिकतम नमक का इस्तेमाल खून रोकने के लिए फायदेमंद होता है.
हल्दी और नमक का घोल: हल्दी और नमक को गरम पानी में मिलाकर कुल्ला करने से मसूड़ों की सूजन कम होती है और खून रुक जाता है.
ताज़ा आलूबुखारा: ताज़ा आलूबुखारा खाने से भी मसूड़ों की सूजन कम होती है और खून रुक जाता है.
यदि ये उपाय भी आपकी समस्या में सुधार नहीं लाते हैं, तो कृपया दंतचिकित्सक से संपर्क करें, वह आपको सही और सम्पूर्ण उपचार प्रदान करेंगे.
Source : News Nation Bureau