हर साल आज यानि 14 जून की तारीख को World Blood Donor Day के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन लोगों में रक्तदान को लेकर जागरूकता फैलाई जाती है. हालांकि बहुत कम लोगों को ये बात मालूम होगी कि रक्तदान से आप न सिर्फ दूसरों की जान बचा सकते हैं, बल्कि ये खुद के लिए भी काफी ज्यादा फायदेमंद है. एक अध्ययन बताता है कि नियमित रक्तदान करने वाले लोगों में दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम होता है और सेहत बनी रहती है.
लेकिन ये भी जान लें कि रक्तदान करने के भी कुछ क्राइटेरिया है, मसलन कैसे करें-कब करें और कौन-कौन करें, इसलिए आज की खबर में हम रक्तदान से जुड़ी हर एक बीरीकी को परखेंगे, ताकि इस Raktdaan Divas के मौके पर हम कुछ नया सीख पाएं... तो चलिए...
ये है गाइडलाइंस...
रक्तदान करने की भी गाइडलाइंस होती है, जिसे पूरा करना बहुत जरूरी है. इन गाइडलाइंस में रक्तदान करते हुए विशेष बातों का ध्यान रखना बताया गया है. यानि कि अगर अच्छी सेहत, किसी तरह की गंभीर बीमारी या फिर सही उम्र पर ही रक्तदान होना चाहिए. बता दें कि अगर आपकी उम्र 18-65 के बीच है, तो आप रक्तदान कर सकते हो.
इन स्थितियों में न करें रक्तदान: कुछ स्थितियां ऐसी भी होती हैं, जिनमें आपको रक्तदान करने से बचना चाहिए. इस तरह की स्थितियां आपके और मरीज दोनों के लिए काफी ज्यादा हानिकारक हो सकती हैं. आइये इसी स्थितियों को बारे में जानते हैं...
- अगर आपने अभी 3 महीने के अंदर-अंदर ही रक्तदान किया हो, तो दुबारा रक्तदान करने से बचें. क्योंकि दो रक्तदान के बीच का अंतराल कम से कम 90 दिनों का होना ही चाहिए.
- अगर आपको किसी प्रकार है या फिर कैंसर का इलाज चल रहा है, तो कृपया करके रक्तदान न करें, ऐसा करना खतरनाक हो सकता है.
- अगर आप एंटीबायोटिक्स का सेवन कर रहे हैं, ताकि मुंहासे या किसी अन्य प्रकार के संक्रमण के राहत हो, ऐसी स्थिति में भी रक्तदान करने से बचें.
- आखिर में अगर आपको पिछले एक साल में हेपेटाइटिस या पीलिया की समस्या रही हो, तो भी रक्तदान न करें. ये खतरनाक हो सकता है.
Source : News Nation Bureau