आज कल लोगों की दिनचर्या काफी उथल-पुथल और व्यस्तता से भरी होती होती है जिसका असर उनकी जीवन शैली पर काफी पड़ता है. अपनी व्यस्तता की वजह से हम अपने स्वास्थ्य की अनदेखी करते रहते है. आज के समय में तेजी से लोग ब्रेन ट्यूमर की चपेट में आ रहे है, पूरी दुनिया में इसके मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. तो सचेत होकर जल्द इसके प्रति जागरूक हो जाइए.
क्या है ब्रेन ट्यूमर?
अधिकत्तर लोग ट्यूमर को कैंसर समझ बैठते है लेकिन ऐसा नहीं है, हर तरह का ट्यूमर कैंसर नहीं होता है. ब्रेन ट्यूमर किसी भी उम्र वर्ग के व्यक्ति विशेष को हो सकता है. दरअसल, हमारा ब्रेन यानि कि दिमाग की सेल्स से बना होता है इसलिए जब भी हमारे ब्रेन के सेल्स का नियंत्रण खराब होने लगता है तब ये सेल्स खत्म होने लगते हैं. जिसकी वजह से हमारे ब्रेन में रूकावट आने लगती है. इसके साथ ही जब ब्रेन में अनियंत्रित सेल्स तेजी से फैल जाते हैं तो वो कैंसर का रूप धारण कर लेते हैं.
ब्रेन में कोशिकाओं के असामान्य रूप से बढ़ने पर जो गांठ बन जाती है उसे ही ब्रेन ट्यूमर कहते हैं. इसमें ब्रेन के खास हिस्से में कोशिकाओं का गुच्छा बन जाता है. यह कई बार कैंसर की गांठ में बदल जाता है.
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न्यूरोसर्जर विशेषज्ञों की माने तो ब्रेन ट्यूमर एक बेहद खतरनाक बीमारी है, जिसका असर पूरे शरीर पर होता है. वहीं न्यूरोसर्जर विशेषज्ञ बताते हैं कि 20 से 40 साल के लोगों को ज्यादातर कैंसर रहित और 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को ज्यादातर कैंसर वाले ट्यूमर होने की आशंका रहती है. कैंसर रहित ट्यूमर, कैंसर वाले ट्यूमर की तुलना में धीमी गति से बढ़ता है.
ब्रेन ट्यूमर के प्रकार
ब्रेन ट्यूमर 2 प्रकार का होता है-प्राइमरी और सेकंडरी. प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर सिर्फ ब्रेन के उसी हिस्से में बढ़ता है, जिसमें शुरू होता है. वहीं सेकंडरी ब्रेन ट्यूमर की शुरुआत ब्रेन के एक हिस्से में होती है लेकिन बाद में यह शरीर के दूसरे हिस्से जैसे- फेफड़े, ब्रेस्ट, किडनी, स्किन आदि में फैलने लगता है.
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण
1. सुबह उठते ही सिर में तेज दर्द होना
2. उल्टी आना
3. बोलने में परेशानी होना
4. आंखो की रोशनी कम होना या चीजें का धुंधला दिखना
5. चलने दिक्कत होना
6. शरीर के एक हिस्से में कमजोरी आना
7. याददाश्त का कमजोर होना
8. अधिकत्तर डॉक्टरों का ये भी मानना है कि नशीली दवाईयां और शराब पीने से भी ब्रेन ट्यूमर का अधिक खतरा रहता है.
ब्रेन ट्यूमर का इलाज
ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए सर्जरी, रेडियेशन और कीमोथैरेपी की जाती है. वहीं ब्रेन ट्यूमर के इलाज को लेकर डॉक्टरों का कहना है कि इस बीमारी के शुरुआती लक्षण को पहचानते ही सबसे पहले एमआरआई या सिटी स्कैन करवाना चाहिए. जिससे ट्यूमर को कैंसर बनने से रोक जा सके.
Source : News Nation Bureau