अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की छात्रा कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के कम पढ़े लिखे और कमजोर वर्ग की महिलाओं के बीच मासिक धर्म को लेकर जागरूकता अभियान चलाया है. आर्थिक रूप से पिछड़ी छात्राओं और महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन निशुल्क दिए जा रहे हैं. इस अभियान के अंतर्गत महिलाओं को मासिक धर्म के प्रति सजग रहने और महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही हैं. महिलाओं तथा छात्राओं को मासिक धर्म के बारे में जागरूक करने हेतु शुक्रवार को यह जागरूकता अभियान दक्षिणी दिल्ली के दक्षिणीपुरी स्थित संजय कैंप में चलाया गया. इस अभियान में अभाविप से जुड़ी दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्राओं ने सैनिटरी नैपकिन बांटा तथा इसके महत्व के विषय में जानकारी दी.
अभाविप दिल्ली की छात्रा कार्य प्रमुख वेलेंटीना ब्रह्मा ने बताया, दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्राओं के साथ हमने दक्षिणपुरी के कुछ क्षेत्रों में जाकर वहां की महिलाओं से सम्पर्क किया. हमने उनके साथ महिला स्वास्थ्य से जुड़ी बुनियादी जानकारी साझा करते हुए, उनके बीच सैनिटरी पैड्स वितरित किए. इस जागरूकता अभियान के तहत महिलाओं को मासिक माहवारी, साफ सफाई एवं पर्यावरण व बायोडिग्रेडेबल सैनिटरी नैपकिंस के विषय में भी जानकारी दी गई.
इससे पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों को छात्र आंदोलनों से जुड़े विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया. भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बेहतर नागरिक बनने के लिए छात्रों को लोकतंत्रिक मूल्यों को आत्मसात कर आगे बढ़ने का मूल मंत्र दिया. इस अभ्यास वर्ग में उपस्थित छात्रों ने छात्र आंदोलन इतिहास, छात्र आंदोलनों से जुड़े रचनात्मक पक्षों तथा कैंपस एक्टिविज्म के बारे में अपनी जिज्ञासाएं साझा कीं.
नई दिल्ली जिला के इस अभ्यास वर्ग का उद्घाटन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश संगठन मंत्री आनंद श्रीवास्तव ने किया, आनंद ने इस वर्कशॉप का पहला सत्र लेते हुए छात्रों को आंदोलन के इतिहास विकास तथा सिद्धांत से जुड़े विषय को विस्तृत विवरण देते हुए समझाया. इसके अतिरिक्त अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक टंडन, राम कुमार तथा विजय कुमार ने विभिन्न विषयों पर छात्रों से चर्चा की. इस वर्कशॉप में कोविड गाइडलाइंस का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग आदि का ध्यान रखा गया.
Source : IANS