Physical Exercise for Cancer: कैंसर एक जानलेवा बिमारी है. इसकी वजह से हजारों लोग हर साल दम तोड़ देते हैं. लेकिन उनमें से कुछ ऐसे नसीब वाले होते हैं जो सही समय पर बिमारी की पहचान करा कर इलाज शुरू कर देते हैं. लेकिन इस बिमारी के इलाज के दौरान बेतहासा दर्द से जुझना पड़ता है. उनके लिए इलाज के बाद भी दर्द पर काबू पाने के लिए काफी कुछ करना पड़ता है. ऐसे में फिजिकल एक्सरसाइज कैंसर से बचे लोगों में दर्द कम करने में मदद कर सकती है. एक्सरसाइज करने से शरीर में अधिक ओक्सीजन पहुंचता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और मांसपेशियों को शक्ति मिलती है. इसके परिणामस्वरूप, दर्द कम होने के साथ-साथ स्थिति में सुधार होता है.
व्यायाम शरीर के लेवल पर धारण किए गए धार्मिक प्रभाव को भी प्रेरित करता है, जो मानसिक स्थिति को भी सुधार सकता है. इससे कैंसर के इलाज के दौरान उपयोगी हो सकता है और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है. कैंसर के बाद, व्यक्ति को धीरे-धीरे शारीरिक क्षमता को फिर से वापस प्राप्त करने के लिए सावधानीपूर्वक एक्सरसाइज करनी चाहिए.
यह कुछ सरल और प्रभावी एक्सरसाइज हो सकती हैं
पैदल चलना: मोर्निंग वॉक या इवनिंग वॉक ऐसा तरीका है जिसे आप कभी भी शुरू कर सकते हैं. इसका कोई सही समय नहीं होता है. इसे सुविधानुसार आराम से शुरू की जा सकती है और सामान्य चलने से लेकर बढ़ावा देकर किया जा सकता है. इससे हृदय स्वास्थ्य बढ़ता है, मांसपेशियों का बल बढ़ता है और उम्र बढ़ाने की क्षमता में सुधार होता है.
योग: योग मानसिक रूप से मजबूत होने के लिए सबसे कारगर तरीका है. इसकी वजह से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है. यह स्थिरता, लचीलापन और सामंजस्य बढ़ाने में मदद कर सकता है.
स्विमिंग: स्विमिंग शारीरिक संतुलन और सामर्थ्य को बढ़ावा देती है, साथ ही मानसिक चिंताओं को कम करने में मदद कर सकती है.
संगीत का अभ्यास: संगीत का अभ्यास करना भी स्थिरता और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है. यह स्थायित्व, ध्यान, और संवेदनशीलता को बढ़ा सकता है.
रिलेक्सिंग एक्सरसाइज: धीरे-धीरे शुरू होने वाली रिलेक्सिंग एक्सरसाइज़ भी लाभकारी होती हैं. इनमें व्यक्ति के शारीरिक स्थिति के अनुसार योग, ताई ची, योगासन, और सांस लेने की अभ्यास शामिल हो सकते हैं.
इन एक्सरसाइज़ का पालन करने से कैंसर के बाद की क्षमता में सुधार होता है, शरीर का संतुलन बना रहता है, साथ ही मानसिक स्वास्थ्य में भी लाभ होता है.
Source : News Nation Bureau