Chikungunya Disease: चिकनगुनिया वायरल बन सकता है मौत का कारण, जानें इसके लक्षण और बचाव

Chikungunya Disease: चिकनगुनिया रोग अधिकतर मामलों में स्वत ठीक हो जाते है, लेकिन कुछ मामलों में इसकी अवधि बढ़ सकती है. आइए जानें क्या है इसके लक्षण और बचाव

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Ritika Shree
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Chikungunya Disease

Chikungunya Disease ( Photo Credit : social media)

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Chikungunya Disease: चिकनगुनिया (Chikungunya) एक वायरल संक्रामक बीमारी है जो मादा मच्छरों के काटने से मनुष्यों में फैलता है. इसके कारण व्यक्ति को बुखार, जोड़ों में दर्द और मस्तिष्क में दर्द हो सकता है. यह बीमारी आमतौर पर गर्मियों में फैलती है. बुखार, जोड़ों का दर्द, सिरदर्द, छाती में दर्द, थकान, चक्कर आदि चिकनगुनिया के संकेत हो सकते हैं. बहुत से मामलों में लोग स्वतः ही ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में बीमारी की अवधि बढ़ सकती है और गंभीर स्थितियों को उत्पन्न कर सकती है. इसका इलाज विशेषज्ञ डॉक्टर द्वारा किया जाता है और लक्षणों के आधार पर इलाज की जाती है. बचाव के लिए मच्छरों के काटने से बचने के लिए मच्छरों के काटने से बचाव के उपाय अपनाने चाहिए. हाल ही में द लांसेट इन्फेक्शियस डिजीजेज पत्रिका के एक रिसर्च में ये कहा गया है कि, चिकनगुनिया वायरस से संक्रमित लोगों को संक्रमण के तीन महीने बाद भी मौत का खतरा बना रहता है. रिसर्चर्स ने बताया कि, पिछले साल यानि 2023 में दुनियाभर में करीब 5 लाख चिकनगुनिया के नए मामले सामने आए, इनमें  400 से ज्यादा लोगों की मौत हुई. ये संक्रमण अगर मरीज के शरीर में 3 महीने तक रह जाए तो हार्ट और किडनी के लिए खतरा बन सकता है.

चिकनगुनिया के कारण

चिकनगुनिया वायरस एक वायरस है जो एडेस मच्छर के काटने से मनुष्य में प्रवेश करता है. यह वायरस दो प्रमुख प्रजातियों से होता है - चिकनगुनिया वायरस एडीज एजिप्टी (Chikungunya virus Aedes aegypti) और एडीज एल्बोपिक्टस Aedes albopictus) मच्छरों में पाया जाता है, जो इस रोग के प्रसार के मुख्य कारण होते हैं.

जब ये मच्छर किसी व्यक्ति को काटते हैं, वायरस उस व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है और उसे चिकनगुनिया बीमारी होने के लिए संक्रमित करता है.

यह बीमारी बहुत समय तक नहीं रहती है, लेकिन कुछ मामलों में लंबे समय तक जोड़ों में दर्द और अन्य लक्षण रह सकते हैं.

इसके अलावा, पर्यावरणीय कारक भी इस रोग के प्रसार में भूमिका निभाते हैं, जैसे अधिक गर्मी और नमी की मात्रा.

चिकनगुनिया के लक्षण:

चिकनगुनिया के लक्षण आमतौर पर बुखार, जोड़ों का दर्द, सिरदर्द, छाती में दर्द, थकान, चक्कर आदि शामिल हो सकते हैं. बुखार अक्सर अचानक आता है और गंभीर हो सकता है, जिसके साथ-साथ जोड़ों में तेज और अधिक पीड़ादायक दर्द होता है.

अन्य सामान्य लक्षण में मस्तिष्क में दर्द, उल्टी, मानसिक स्थिति में बदलाव, और त्वचा पर लाल दाने भी शामिल हो सकते हैं.

कुछ मामलों में आंखों में इंफेक्शन की समस्या भी देखी जाती है.

यह लक्षण आमतौर पर काटने के कुछ दिनों बाद प्रकट होते हैं और लगभग 2 से 12 दिन के बाद समाप्त हो जाते हैं.

बहुत से मामलों में यह बीमारी गंभीरता नहीं बढ़ाती है, लेकिन कुछ मामलों में लंबे समय तक लक्षण रह सकते हैं.

चिकनगुनिया से बचाव

मच्छरों के काटने से बचाव: एडेस मच्छरों के काटने से बचाव के लिए, अच्छी गुणवत्ता के मच्छर रिपेलेंट का प्रयोग करें. इसके अलावा, आप रात के समय में खुले इलाकों में रहने से बचें.

घर के आस-पास जमा पानी: घर के चारों ओर पानी जमा होने से बचने के लिए, घर के चारों ओर सुरक्षित स्थानों पर पानी का जमाव न करें.

संबंधित रोगियों के लिए सावधानी: चिकनगुनिया के मरीजों को अधिक आराम करने की सलाह दी जाती है और वे अधिक से अधिक पानी पीने की सलाह दी जाती है.

साफ़ और स्वच्छ रहें: सुरक्षित पानी का उपयोग करें और सुरक्षित तरीके से भोजन बनाएं. अगर आपको अपने शरीर पर कटाई या चोट लगती है, तो उसे अपने डॉक्टर को दिखाएं.

समुचित इलाज: अगर आपको चिकनगुनिया के लक्षण दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर की सलाह लें और उनके निर्देशों का पालन करें.

यदि आपको लगता है कि आपको चिकनगुनिया हो सकता है, तो अपने स्थानीय चिकित्सा प्रदाता से संपर्क करें. वे आपको सटीक जानकारी और उपचार प्रदान कर सकते हैं.

Source : News Nation Bureau

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