अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ने बताया कि राजधानी में H5N1- एवियन इन्फ्लुएंजा के कारण एक 11 वर्षीय लड़के की मौत हो गई। यह देश में बर्ड फ्लू से होने वाली पहली मौत है। सूत्रों के मुताबिक, एनसीआर बेल्ट से ताल्लुक रखने वाले बच्चे को करीब 10 दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उसे कोविड-19 का संदेह था. जबकि बच्चे के संपर्क में आए लोगों की कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग शुरू हो गई है, अस्पताल फ्लू पर आगे की जांच कर रहा है. इस साल की शुरुआत में देश भर में बर्ड फ्लू का प्रकोप सामने आया था।
यह भी पढ़ें : यूपी में झांसी के दो गावों में सौ फीसदी टीकाकरण
एक सूत्र ने बताया कि मामले का विवरण राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) को भेज दिया गया है और उनकी टीम ने संपर्क में आए लोगों की तलाश शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, लड़का दिल्ली का रहने वाला नहीं था। देश अभी कोरोना की दूसरी लहर से ऊबर ही रहा है, वहीं तीसरी लहर का खतरा अब भी बरकरार है। केरल में जीका वायरस के बढ़े मामलों ने भी सरकार की चिंताएं बढ़ाई हुई हैं। अब बर्ड फ्लू से हुई बच्चे की मौत के बाद सरकार के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई है कि क्या अब आम जनता को बर्ड फ्लू से भी पीड़ित होना पड़ेगा?
निमोनिया और ल्यूकेमिया की भी थी शिकायत
सूत्रों ने बताया कि लड़के को दो जुलाई को निमोनिया और ल्यूकेमिया की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 12 जुलाई को उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि उपचार के दौरान उसकी कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा की जांच की गई। एक सूत्र ने कहा, 'उसके नमूनों में कोविड-19 की पुष्टि नहीं हुई। नमूनों में इन्फ्लूएंजा संक्रमण मिला। नमूने को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे भेजा गया, जहां उसमें एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा के संक्रमण की पुष्टि हुई।'
सूत्रों के मुताबिक, लड़का दिल्ली का रहने वाला नहीं था। इससे पहले इस साल की शरुआत नें दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश हिमाचल प्रदेश, केरल समेत देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए थे। जिसके बाद इन राज्यों में पॉल्ट्री के कारोबार को कुछ दिनों के लिए ऐहतियातन बंद किया गया था।
HIGHLIGHTS
- भारत में बर्ड फ्लू से हुई पहली मौत
- 11 वर्षीय बालक की बर्ड फ्लू से मौत
- संपर्क में आने वाले सभी कर्मचारियों को किया गया आइसोलेट