Child Obesity: चाइल्डहुड ओबेसिटी एक आरोग्य संबंधी स्थिति है जो बच्चों और किशोरों में होती है, जिसमें उनके शारीरिक वजन और शारीरिक वसा अत्यधिक होते हैं. यह आमतौर पर उन्हें वर्षावस्था और लिंग के आधार पर निर्धारित किए जाने वाले मानक BMI (Body Mass Index) का उपयोग करके मापा जाता है. चाइल्डहुड ओबेसिटी के लिए BMI की सामान्य निर्धारित सीमा होती है - यदि बच्चे का BMI उनकी आयु और लिंग के लिए 85वें प्रतिशत से ऊपर है, तो उन्हें ओवरवेट माना जाता है, और यदि वह 95वें प्रतिशत से ऊपर है, तो उन्हें ओबेस माना जाता है. चाइल्डहुड ओबेसिटी के लिए कई कारक हो सकते हैं, जिनमें बदलती भोजन और व्यायाम की आदतें, वातावरणीय कारक, आर्थिक स्थिति, जीनेटिक परिवार प्रणाली, और सामाजिक तथा मनोवैज्ञानिक परिवेश शामिल हो सकते हैं. चाइल्डहुड ओबेसिटी का खतरा शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डाल सकता है, जैसे कि मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर, उच्च कोलेस्ट्रॉल, डिप्रेशन, और सामाजिक अलगाव. चाइल्डहुड ओबेसिटी को नियंत्रित करने के लिए स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, परिवार और सामाजिक समर्थन, और निरंतर मेडिकल स्क्रीनिंग की जरूरत होती है. चाइल्डहुड ओबेसिटी के लिए समुदाय के साथ जुड़ने, और जन स्वास्थ्य नीतियों का समर्थन करना भी महत्वपूर्ण होता है.
क्या करें:
बच्चों को स्वस्थ भोजन खिलाएं: बच्चों को फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों का सेवन कराएं. उन्हें जंक फूड, फास्ट फूड, और मीठे पेय पदार्थों से दूर रखें.
बच्चों को नियमित रूप से व्यायाम करने के लिए प्रोत्साहित करें: बच्चों को प्रतिदिन कम से कम 60 मिनट व्यायाम करना चाहिए. इसमें खेल खेलना, दौड़ना, तैरना, या साइकिल चलाना शामिल हो सकता है.
बच्चों को पर्याप्त नींद लेने के लिए प्रोत्साहित करें: बच्चों को प्रतिदिन 9-11 घंटे की नींद चाहिए.
बच्चों को स्क्रीन टाइम सीमित करें: बच्चों को प्रतिदिन 2 घंटे से अधिक स्क्रीन टाइम नहीं देना चाहिए. इसमें टीवी, कंप्यूटर, और मोबाइल फोन देखना शामिल है.
बच्चों को स्वस्थ आदतें सिखाएं: बच्चों को स्वस्थ खाने और नियमित रूप से व्यायाम करने के महत्व के बारे में सिखाएं.
क्या न करें:
बच्चों को जंक फूड न खिलाएं: बच्चों को जंक फूड, फास्ट फूड, और मीठे पेय पदार्थों से दूर रखें.
बच्चों को स्क्रीन टाइम सीमित करें: बच्चों को प्रतिदिन 2 घंटे से अधिक स्क्रीन टाइम नहीं देना चाहिए. इसमें टीवी, कंप्यूटर, और मोबाइल फोन देखना शामिल है.
बच्चों को व्यायाम करने के लिए मजबूर न करें: बच्चों को व्यायाम करने के लिए प्रोत्साहित करें, लेकिन उन्हें मजबूर न करें.
बच्चों को उनके वजन के बारे में चिढ़ाएं नहीं: बच्चों को उनके वजन के बारे में चिढ़ाने से उनमें आत्म-सम्मान की कमी और अवसाद हो सकता है.
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Source : News Nation Bureau