आज योगा अगर दुनिया भर में प्रसिद्ध है तो, उसका श्रेय बीकेएस अयंगर ( B.K.S. Iyengar) को जाता है. इंटरनेशनल योगा डे की शुरूआत होने से पहले विदेशों में योग को इन्होंने ही फेमस किया है. 'अयंगर योग' के जन्मदाता को 'गुरुजी' के नाम से जाना जात है. आज 14 दिसंबर को इनका जन्मदिन (Iyengar Birthday) है. अयंगर का जन्म बहुत ही गरीब परिवार में हुआ था. वे अपने माता-पिता की 11वीं संतान थे. आज उनकी 103वीं जन्म जयंती है. आज उनके जन्मदिन पर उनसे जुड़े कुछ रहस्य आपको बताते है.
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बचपन में थे बेहद कमजोर
एक इंटरव्यू के दौरान अयंगर ( B.K.S. Iyengar birthday) ने इस बात को स्वीकार किया था कि वे बचपन में बेहद ही कमजोर थे और अक्सर बीमार भी रहते थे. बचपन में उन्हें टीबी, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से भी जूझना पड़ा था. इन बीमारियों से बचने के लिए ही डॉक्टर्स ने उन्हें योग करने की सलाह दी थी. अपने आप को फिट रखने के लिए उन्होंने योगा शुरू किया और इस योग को अयंगर ने जारी रखा. इस तरह वे विश्व के सबसे लंबी उम्र तक जीवित रहने वाले सबसे बड़े योग गुरु बने.
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90 की उम्र में करते थे योगा
अयंगर ने 90 साल की अवस्था में भी योग के लिए टाइम निकाल लेते थे. उनके करीब लोगों की मानें तो वो राजाना तीन घंटे आसन और हर घंटे प्राणायाम करते थे. वे 200 से ज्यादा क्लासिकल योगासन और 14 तरह के प्राणायाम कर लेते थे. उन्होंने विकलांगों के लिए विशेष योग मुद्रा तैयार की थी. रिपोर्ट्स की मानें तो टाइम मैगजीन ने 2004 में दुनिया के सबसे प्रभावशाली 100 लोगों की सूची में उनका नाम शामिल किया था. उसी वर्ष उन्हें पद्मविभूषण (BKS Iyengar padma bhushan) से भी सम्मानित किया गया था.
बेल्जियम की महारानी को सिखाया शीर्षासन
अयंगर के बारे में सबसे खास बात यही है कि साल 1950 के आखिरी सालों में उन्होंने बेल्जियम की क्वीन मदर, क्वीन एलिजाबेथ को 80 से ज्यादा की उम्र में शीर्षासन सिखाया था. इस कामयाबी से महारानी इतनी खुश हुईं थी कि उन्होंने अयंगर को अपने हाथों से गढ़ी की एक मूर्ति गिफ्ट की थी.
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अयंगर का निधन
योग गुरू अयंगर का निधन किडनी की लंबी बीमारी के चलते 96 साल की उम्र में पुणे में हुआ था.