Cirrhosis: सिरोसिस (Cirrhosis) एक गंभीर लिवर रोग है जो लिवर के कमजोर हो जाने पर उत्पन्न होता है. यह रोग जब लिवर में लंबे समय तक अधिक रूप से अवस्थित होने वाले विकारों के कारण होता है. जब शराब का अधिक सेवन, विषैले औषधि का उपयोग, या अन्य लिवर संबंधित समस्याएं जैसे कि विषाक्त पदार्थों के संपर्क में आना, तो लिवर अपनी सामान्य कार्य प्रणाली को संभालने में असमर्थ हो जाता है, और यह धीरे-धीरे अपनी सामर्थ्य खो देता है. इसके परिणामस्वरूप, लिवर में घातक इंफ्लेमेशन, जो लिवर के सेल्स को अस्थिर करता है, और फिर उनके क्रमिक अवस्थाओं का एक प्रक्रियात्मक धरात्मक परिणाम होता है, जिसे सिरोसिस कहा जाता है. सिरोसिस के कुछ मुख्य लक्षण शामिल हैं: थकान, पेट में सूजन, भारीता, पेट में दर्द, चक्कर आना, खून की उल्टी या उल्टी में खून का आना, और चमड़ी की पीलिया. इन लक्षणों को अनदेखा न करके, अगर किसी को इन्हें अनुभव हो तो उन्हें चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए. एक आंकड़े के अनुसार, 2019 में दुनियाभर में 1 लाख में से 18 लोगों की मृत्यु सिरोसिस के कारण होती है.
सिरोसिस (Cirrhosis) के कारण
शराब का अत्यधिक सेवन: अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से लिवर को क्षति हो सकती है और यह लिवर संबंधित रोगों का प्रेरणा कारक हो सकता है, जिससे सिरोसिस हो सकता है.
अधिक वजन या ओबेसिटी: अत्यधिक वजन या ओबेसिटी विभिन्न लिवर समस्याओं का कारण बन सकते हैं, जो अंततः सिरोसिस में बदल सकते हैं.
जहरीली दवाओं का प्रयोग: कुछ औषधियों का अधिक मात्रा में उपयोग करने से लिवर पर हानि हो सकती है और यह सिरोसिस के विकास का कारण बन सकती है.
विषाक्त पदार्थों के संपर्क में आना: यदि व्यक्ति लंबे समय तक विषाक्त पदार्थों के संपर्क में आता है, जैसे कि अस्वच्छ पानी, धातु, या केमिकल, तो इससे लिवर पर क्षति हो सकती है और सिरोसिस उत्पन्न हो सकता है.
एल्कोहलिक नशा: अधिक एल्कोहोल का सेवन करने से लिवर में नष्टि होती है और सिरोसिस का कारण बन सकती है.
अन्य लिवर रोग: जैसे कि आपत्तिजनक लिवर रोग, हेपेटाइटिस, और अन्य रोग भी सिरोसिस का कारण बन सकते हैं.
सिरोसिस (Cirrhosis) के लक्षण
थकान: बेहद अधिक थकान का अनुभव हो सकता है.
पेट में सूजन: पेट में सूजन या वृद्धि का अनुभव हो सकता है.
हेविनेस: पेट में भारीता और असहजता का अनुभव हो सकता है.
पेट में दर्द: पेट में अवसादन, दर्द, या असहजता का अनुभव हो सकता है.
चक्कर आना: अचानक चक्कर आना या तेजी से छाये गिरने का अनुभव हो सकता है.
खून की उल्टी या उल्टी में खून का आना: अचानक उल्टी का अनुभव हो सकता है जिसमें खून हो सकता है.
चमड़ी की पीलिया: त्वचा और आंखों का पीला हो जाना.
विषुवता: विषुवता या नसों में विस्तार हो सकता है.
बढ़ी हुई रक्तनाली और शिरा का विस्तार: शिरा और रक्तनालियों में बढ़ाव हो सकता है, जिससे विशेषकर पेट में सूजन हो सकती है.
मल से संबंधित समस्याएं: सिरोसिस के मल से संबंधित समस्याएं जैसे कि लाल मल या मल में रक्त के मिश्रण का अनुभव हो सकता है.
यदि किसी को इन लक्षणों में से कुछ भी हो रहा है, तो वे तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें. डॉक्टर लक्षणों को अधिक से अधिक समझने और उचित उपचार का सुझाव देने में सहायक हो सकते हैं.
Source : News Nation Bureau