Best Tips For Constipation: कब्ज की समस्या इन दिनों आम बनती जा रही है. आयुर्वेद के अनुसार कब्ज मुख्य रूप से वात दोष के असंतुलन (वृद्धि) के कारण होता है और उसके बहुत सारे कारण हो सकते हैं. इन कारणों की बात करें तो असंतुलित भोजन, रूखे, ठंडे, मसालेदार, तले हुए और फास्ट फूड का अधिक सेवन, पर्याप्त पानी नहीं पीना, खाने में फाइबर की कमी, खराब मेटाबॉलिज्म, नींद की समस्या, देर रात का खाना, खराब जीवन शैली ये सभी ऐसे कारण हैं जो कब्ज के लिए विशेष रूप से जिम्मदार होते हैं. कई लोग कब्ज की समस्या से निदान के लिए दवाओं का सेवन भी करते हैं जो सेहत के लिए ठीक नहीं है.
आयुर्वेद के मुताबिक कुछ उपाय ऐसे हैं जिससे कब्ज की समस्या को दूर किया जा सकता है और ये आपकी सेहत के लिए हानिकारक भी नहीं है. तो आइए जानते हैं कब्ज को दूर करने के लिए कुछ सरल आयुर्वेदिक उपायों के बारे में जो आपके घर में ही मौजूद है.
कब्ज को कम करने के लिए इन चीजों का करें सेवन:-
खजूर
ये मीठे और ठंडे स्वभाव के होते हैं. वात और पित्त को संतुलित करने में मदद करता है और उन्हें कब्ज, हाइपरएसिडिटी, जोड़ों के दर्द, चिंता, बालों के झड़ने और कम ऊर्जा से पीड़ित लोगों के लिए सबसे अच्छा विकल्प बनाता है. 2-3 भीगे हुए खजूर सुबह खाली पेट गर्म पानी के साथ लें.
मेथी के बीज
मेथी कब्ज को भी दूर करने में सहायक है.1 टीस्पून मेथी के बीज रात भर भिगोए और सुबह सबसे पहले खा लें. आप बीजों का पाउडर भी बना सकते हैं और सोते समय गर्म पानी के साथ 1 चम्मच मेथी पाउडर ले सकते हैं. अतिरिक्त वात और कफ वाले लोगों के लिए अच्छा है. हालांकि, उच्च पित्त (गर्मी की समस्या) वाले लोगों को इससे बचना चाहिए.
गाय का घी
गाय का घी आपके मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है. यह शरीर में स्वस्थ वसा बनाए रखने में मदद करता है जो विटामिन ए, डी, ई और के जैसे वसा में घुलनशील विटामिन के अवशोषण के लिए आवश्यक है. एक गिलास गर्म गाय के दूध के साथ 1 चम्मच गाय का घी पुरानी कब्ज वाले लोगों के लिए सबसे अच्छा काम करता है.
आंवला
आंवला कब्ज से लेकर की समस्याओं जैसे बालों का झड़ना, सफेद होना, वजन कम होना जैसे समस्याओं का समाधान करता है. इसे नियमित रूप से सुबह खाली पेट लिया जाता है. आप 1 चम्मच आंवला पाउडर या 3 ताजे आंवले का रस (सर्दियों के दौरान) ले सकते हैं. यह सभी के लिए वात-पित्त-कफ गुणों वाले लोगों के लिए अच्छा है.
भीगी हुई किशमिश
काली किशमिश फाइबर से भरपूर होती है, जो कब्ज के लिए सहायक है. किशमिश को भिगोना आवश्यक है क्योंकि सूखे खाद्य पदार्थ आपके वात दोष को बढ़ाते हैं और गैस्ट्रिक समस्या पैदा कर सकते हैं. भिगोने से इन्हें पचाना आसान हो जाता है. सुबह के समय एक मुट्ठी भीगी हुई किशमिश का सेवन करें. यह पित्त प्रधान लोगों के लिए अच्छा विकल्प है.