आज से ठीक एक साल पहले, यानी 23 जनवरी, 2020 को कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Epidemic) के चलते मध्य चीन के हुपेइ प्रांत के लगभग सभी शहरों खासकर वुहान में लॉकडाउन (Corona Lockdown) लगाया गया था. तब दुनिया ने पहली बार लॉकडाउन देखा था. लॉकडाउन लगने पर वुहान शहर सुनसान हो गया था. सड़कों पर ना तो लोग दिखाई देते थे और ना ही गाड़ियां, बस हर तरफ सन्नाटा ही पसरा था. उसका संपर्क देश के बाकी हिस्सों से टूट गया था. भारत में पहली बार लॉकडाउन 24 मार्च की रात से लागू हुआ था. इससे पहले 19 मार्च को जनता कर्फ्यू लगा था.
चीन के हुपेइ प्रांत में लगा लॉकडाउन 8 अप्रैल, 2020 तक लागू रहा, लेकिन इस बीच वुहान को भारी समस्याओं और दुखों से गुजरना पड़ा. मगर महामारी को रोकने का संभवत: यह सबसे प्रभावशाली तरीका रहा. अब एक साल पूरा हो चुका है और अब चीन इस महामारी से उबर चुका है. वुहान ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ जिस तरह से जोरदार लड़ाई लड़ी है, आज उसी का ही परिणाम है कि वहां स्थिति सामान्य हो चुकी है.
फिलहाल, वुहान में लोगों का जीवन पटरी पर लौट आया है. सड़कों पर लोग बिना मास्क लगाये नजर आते हैं. सभी रेस्तरां, पब, क्लब, बाजार आदि में लोगों की अच्छी-खासी भीड़ देखने को मिलती है. ऐसा बिल्कुल नहीं लगता है कि वुहान शहर पहले कभी कोरोनावायरस का अभिकेंद्र था. यह शहर शुरुआती दिनों में कोरोना वायरस से जूझता रहा, लेकिन अब सब कुछ सामान्य दिखाई देने लगा है.
वुहान से लॉकडाउन हटने के बाद 1 करोड़ से ज्यादा लोगों का बड़े पैमाने पर कोरोना टेस्ट किया गया, जिसमें केवल कुछ ही मामले सामने आये, वो भी बगैर लक्षण वाले जबकि लक्षण वाला कोई मामला सामने नहीं आया.
पिछले साल की शुरूआत में जब महामारी फैल रही थी, तब वहां अस्पताल में बेड ज्यादा नहीं थे, अस्पताल के बाहर कोरोना से ग्रस्त रोगियों की लंबी कतारें थीं, और लोगों में डर था कि आगे क्या होने वाला है. लेकिन अब उन लोगों का तनाव विकार धीरे-धीरे जा रहा है. लोग अब रिलैक्स करने लगे हैं, और भय के मंजर से अपने आपको उभार पा रहे हैं.
महामारी के चलते इस साल की शुरूआत में वुहान में पर्यटन उद्योग को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था और अब वुहान की सरकार ने पूरे शहर के दर्शनीय स्थलों को नि:शुल्क रूप से खोल दिये हैं. वहां की सरकार टूरिज्म को बढ़ावा दे रही है, और लोगों को पर्यटन के लिए प्रोत्साहित कर रही है.
हालांकि, महामारी पर लगभग विजय पाने के बावजूद भी चीन ने महामारी के खिलाफ अपनी लड़ाई में कोई ढील नहीं बरती है. चीन ने जब महामारी की पहली लहर को नियंत्रित कर लिया, तो उसके बाद से चीनी जनता ने नए प्रकोप के लिए और ज्यादा सतर्कता बरती.
Source : IANS