भारत (India) समेत पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना संक्रमण (Corona Epidemic) के मामलों में कहर झेल रही है. हर देश इस वक्त कोरोना की हर्ड वेव (Herd Wave) का सामना कर रहा है. इस बीच वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने यह कहकर संकट और बढ़ा दिया है कि मौसमी बीमारियों की तरह अब कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण अगले कुछ सालों तक लगातार परेशान करता रहेगा. संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के 'विश्व मौसम संगठन' द्वारा गठित 16-सदस्यीय टीम ने बताया कि सांस संबंधी संक्रमण अक्सर मौसमी होते हैं. कोरोना वायरस भी मौसम और तापमान के मुताबिक अपना असर दिखाएगा. वैज्ञानिकों की टीम ने कहा कि अभी तक कोरोना वायरस को काबू करने के लिए जिस तरह के प्रयास किए गए हैं उस पर पानी फिरता दिखाई दे रहा है.
कोरोना ले सकता है मौसमी बीमारी का रूप
कोरोना के डर के बीच संयुक्त राष्ट्र की ओर से कहा गया है कि कोरोना वायरस जल्द ही मौसमी बीमारी का रूप ले सकता है. चीन में सबसे पहले कोरोना का केस मिलने के एक साल बाद भी इस बीमारी के रहस्य को वैज्ञानिक सुलझा नहीं सके हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण से दुनियाभर में लगभग 2.7 मिलियन लोग मारे जा चुके हैं. कोरोना वायरस पर अध्ययन कर रही एक विशेषज्ञों ने टीम ने कोविड-19 के प्रसार पर जानकारी हासिल करने के लिए मौसम विज्ञान और वायु गुणवत्ता का अध्ययन किया और उनमें होने वाले प्रभावों को जानकारी जुटाने की कोशिश की. अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया कि कोरोना वायरस अब मौसमी बीमारी की तरह अगले कुछ सालों तक इसी तरह से परेशान करती रहेगी.
यह भी पढ़ेंः देश में कोरोना का जबरदस्त अटैक, 24 घंटे में करीब 36 हजार मरीज मिले
बीते सप्ताह कोविड-19 मामलों में 10 फीसदी की वृद्धि
वैज्ञानिकों की टीम ने कहा कि अभी तक कोरोना वायरस को काबू करने के लिए जिस तरह के प्रयास किए गए हैं उस पर पानी फिरता दिखाई दे रहा है. अगर ये कई सालों तक इसी तरह से कायम रह जाता है तो कोविड-19 एक मजबूत मौसमी बीमारी बनकर भरेगा. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक पिछले सप्ताह दुनिया में कोविड-19 के मामलों में 10 प्रतिशत की दर से वृद्धि हुई और इसमें सबसे अधिक योगदान अमेरिका और यूरोप का रहा. डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी पर बुधवार को प्रकाशित साप्ताहिक आंकड़ों में बताया कि जनवरी के शुरुआत में महामारी अपने चरम पर थी और करीब 50 लाख मामले प्रति सप्ताह आ रहे थे लेकिन फरवरी के मध्य में इसमें गिरावट आई और यह 25 लाख के करीब पहुंच गई.
HIGHLIGHTS
- डब्ल्यूएचओ विशेषज्ञों ने चेताया मौसमी बीमारी बन सकता है कोरोना संक्रमण
- बीते सप्ताह कोविड-19 संक्रमण के मामलों में हुई 10 फीसदी की वृद्धि
- फिलहाल पूरी दुनिया कर रही है कोरोना की नई हर्ड वेव का सामना