दिल्ली में कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं. दिल्ली के गुरु तेग बहादुर अस्पताल के असिस्टेंट मेडिकल सुपिरिंटेंडेंट ने तैयारियों की जानकारी देते हुए बताया कि Dry Run के लिए खास तैयारी की गई है. सबसे पहले एक खाली लॉबी, जिसे वेटिंग एरिया कहा जाएगा, वहां कल यानी शनिवार सुबह 7:30 बजे अस्पताल के 25 स्टाफ वालंटियर के तौर पर पहुंचेंगे और कोविड-विन प्लीकेशन के जरिए अपनी बारी का इंतजार करेंगे.
दूसरे चरण में कमरे के अंदर डीप फ्रीजर फैसिलिटी में वैक्सीन को रखा जाएगा, जिसका तापमान -7 से - 20 डिग्री होगा. जब तक एक-एक वालंटियर को वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी, तब तक सभी वैक्सीन यही सुरक्षित रहेगी.
तीसरे चरण में एक-एक करके 25 वालंटियर कमरे में जाएंगे और बारी-बारी से वैक्सीन का पहला डोज लगवाएंगे.
चौथे चरण में वैक्सीनेशन के बाद वॉलिंटियर के सभी टेस्ट होंगे जिसमें उनका पल्स रेट, ऑक्सीजन लेवल, ब्लड प्रेशर आदि नापा जाएगा.
पांचवें और आखिरी चरण में कुछ समय के लिए वॉलिंटियर्स को बैठाकर रखा जाएगा और देखा जाएगा कि कहीं वैक्सीन लगाने के बाद तुरंत कोई साइड इफेक्ट देखने को तो नहीं मिल रहे. साइड इफेक्ट देखने के लिए सेल की स्थिति में उन्हें तुरंत औपचारिक ट्रीटमेंट के लिए अस्पताल ले जाया जाएगा.
जीटीबी अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉक्टर कालरा ने बताया, शनिवार सुबह 7:30 बजे से लेकर 12:30 बजे तक पूरी प्रक्रिया चलेगी. वॉलिंटियर्स हमारे अस्पताल के ही स्टाफ होंगे और covi-win एप्लीकेशन के जरिए 2700 लोगों ने कोरोना वरियर्स के रूप में वैक्सीनेशन के लिए अप्लाई किया है. इस मौके पर शाहदरा जिले के डीसीपी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन भी इस मौके पर मौजूद रहेंगे.
उन्होंने कहा कि ड्राई रन के लिए किसी भी वैक्सीनेशन ड्राइव में हमें कमियों के बारे में पता चलता है. हम कल केंद्र सरकार की Covi-Win एप्लीकेशन के जरिए तीनों कमरों में डीप कोल्ड स्टोरेज वैक्सीनेशन और साइड इफेक्ट होने की स्थिति में की जाने वाली कार्यवाही भी देखेंगे.
दिल्ली में एक निजी अस्पताल और एक दरियागंज की डिस्पेंसरी को चुना गया है, जिससे यह पुख्ता किया जा सके कि सरकारी और निजी बड़े अस्पतालों के साथ-साथ छोटी डिस्पेंसरी के जरिए भी कोरोना के खिलाफ टीकाकरण किया जा सकता है.
Source : Rahul Dabas