देश में कोरोना टीकाकरण अभियान ( Corona Vaccine ) का दूसरा चरण सोमवार को शुरू हो गया है. इस दौरान कोरोना वैक्सीन की खुराक लेने के लिए वरिष्ठ नागरिक कतार में खड़े दिखाई दिए. टीकाकरण अभियान 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरू हुआ, वहीं कॉमरबिडिटीज से ग्रसित 45 से 59 वर्ष की आयु के लोगों टीका लगाया जाएगा. दुनिया के मुकाबले भारत में कोरोना वैक्सीन (Indian Corona Vaccine) की कीमत सस्ती है. केंद्र सरकार ने प्राइवेट अस्पताल में कोरोना वैक्सीन की कीमत निधार्रित कर दी है.
भारत वैक्सीन - दुनिया में सबसे सस्ता
- भारत में प्राइवेट अस्पतालों में लगने वाले कोविशिल्ड और कोवैक्सीन की क़ीमत कुल 250 रुपये प्रति डोज़ रखी गई है, जिनमें 150 रुये वैक्सीन की क़ीमत और 100 रुपये सर्विस चार्ज है.
- फाइजर की वैक्सीन की कीमत प्रति डोज भारतीय मुद्रा के हिसाब से 1400 रुपये से अधिक है. कोरोना टीके की एक व्यक्ति को दो डोज लगनी है. इस हिसाब से टैक्स छोड़कर यह वैक्सीन 2800 रुपये की पड़ेगी.
- मॉर्डना की वैक्सीन 2300 रुपये से 2700 रुपये प्रति डोज की कीमत पर उपलब्ध है. इस हिसाब से इसके दो डोज की लागत 5400 रुपये तक हो सकती है.
- साइनोफार्म चीन की कोरोना वैक्सीन है, इसकी कीमत 5600 रुपये प्रति डोज है. साइनोवैक भी चीन की कोरोना वैक्सीन है, जिसकी कीमत प्रति डोज 1000 रुपये से अधिक है.
- यूके के नोवावैक की प्रति डोज कीमत 1114 रुपये है
- रूस के स्पूतनिक वी की कीमत रूस और दूसरे देशों में 734 रुपये प्रति डोज है.
- जॉनसन और जॉनसन के कोरोना टीके की कीमत भी 734 रुपये प्रति डोज है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली के एम्स अस्पताल में कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली डोज लगवाई है. इसकी जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद ट्वीट कर दी है. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा- मैंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली खुराक ले ली है. हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने COVID-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने के लिए त्वरित समय में जिस तरह काम किया है, वह शानदार है. मैं उन सभी से अपील करता हूं जो वैक्सीन लेने के लिए योग्य हैं. आइए, हम सभी मिलकर भारत को COVID-19 मुक्त बनाते हैं.
Source : News Nation Bureau