भारत में कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच फैल रहे बर्ड फ्लू से हर कोई चिंतित है. अब तक बर्ड फ्लू देश के कई राज्यों में फैल चुका है. ऐसे में कोरोना और बर्ड फ्लू के अटैक से लोगों में भय है. हालांकि इस पर वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के डायरेक्टर जनरल शेखर मंडे का कहना है कि कोरोना और बर्ड फ्लू में फिलहाल कोई समानता नहीं है. न्यूज नेशन के साथ बातचीत में उन्होंने यह भी कहा है कि कोरोना और बर्ड फ्लू का भविष्य में जिनोम शोध संभव है.
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न्यूज नेशन से बातचीत में सीएसआईआर के डायरेक्टर जनरल शेखर मंडे ने कहा कि फिलहाल सीएसआईआर की तरफ से अभी सिर्फ कोरोना के नए संक्रमण की जीनोम स्टडी की जा रही है, लेकिन अगर बर्ड फ्लू तेज गति से चलता है तो हम इसकी स्ट्रेन की भी स्टडी करेंगे. उन्होंने कहा कि लेकिन अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, बर्ड फ्लू और कोविड-19 का कोई सीधा कनेक्शन नहीं है.
उन्होंने आगे कहा, 'बर्ड फ्लू पक्षियों से इंसानों में फैलता है, लेकिन इंसान और इंसानों के बीच संक्रमण तेज नहीं है. बर्ड फ्लू में संक्रमण की दर करोना की तरह तेज नहीं है, जहां तक मृत्यु दर का सवाल है, यह भी अभी निश्चित नहीं है कि जानवरों में पाई जाने वाली यह बीमारी इंसानों के लिए कितनी खतरनाक है, लेकिन पुरानी शोध से यह जरूर स्पष्ट है कि बर्ड फ्लू जानवरों और पक्षियों से इंसानों में चल सकता है.'
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वहीं वैक्सीन के लिए बनाए गए कोविन (Co-win) ऐप पर शेखर मंडे ने कहा कि यह शानदार पहल है. उन्होंने कहा, 'Co-win एप्लीकेशन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा उठाया गया एक अच्छा कदम है. इससे ना सिर्फ वैक्सीन लगाने में मदद मिलेगी, बल्कि उसके बाद का ट्रैक रिकॉर्ड भी रखा जा सकता है कि कहीं किसी दवाई ने कोई नकारात्मक असर तो नहीं किया.' हालांकि उन्होंने यह भी कहा, 'जो लोग फेक एप्लीकेशन बनाकर लोगों का निजी डाटा चुरा रहे हैं, उससे भी बचने की जरूरत है.'
सीएसआईआर के डायरेक्टर जनरल ने न्यूज नेशन से बातचीत में आगे कहा, 'कोरोना के खिलाफ लड़ाई में केंद्र और राज्य सरकारें साथ-साथ हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक ले रहे हैं. इसमें टीकाकरण और ड्राई रन दोनों पर चर्चा की जाएगी. दरअसल यह महामारी इतनी बड़ी है और इसकी रोकथाम और टीकाकरण के लिए सभी सरकारों केंद्र सरकारों और प्रशासनिक व्यवस्था को साथ आना होगा. ऐसे में ऐसा तालमेल बिठाने के लिए बैठक बेहद जरूरी है.'
Source : News Nation Bureau