Corona Virus : चीन में एक बार फिर कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है, जिससे दुनिया की चिंता बढ़ गई है. इसे लेकर केंद्र की मोदी सरकार ने लोगों को कोविड-19 से सतर्क रहने के लिए कहा है. इस बीच कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए केंद्र ने नए दिशा निर्देश जारी किए हैं. जो भी अंतरराष्ट्रीय यात्री भारत आ रहे हैं उन्हें उस देश की वैक्सीन जरूर लगी हो. साथ ही यात्रा में फ्लाइट के दौरान या फिर हवाईअड्डे पर मास्क पहनना अनिवार्य हो गया है.
- अगर हवाई यात्रा के दौरान किसी यात्री में कोविड-19 के लक्षण पाए जाते हैं तो उसे स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल के तहत आइसोलेशन के लिए भेजेंगे. अगर जांच के बाद यात्री संक्रमित नहीं पाया गया तो उसे घर जाने दिया जाएगा. अगर वह संक्रमित पाया गया तो पहले उसका उपचार होगा.
- डी-बोर्डिंग के समय यात्री एक दूसरे से दूरी बनाए रखें और प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग से पैसेंजरों की जांच होगी.
- स्क्रीनिंग के दौरान ऐसे यात्री जिनमें लक्षण दिखेंगे उन्हें तत्काल आइसोलेट किया जाएगा और फिर प्रोटोकॉल के तहत मेडिकल फैसिलिटी में ले जाया जाएगा.
- फ्लाइट के कुल यात्रियों के 2 प्रतिशत के रैंडम कोरोना सैंपल लिए जाएंगे, इनकी पहचान करने की जिम्मेदारी फ्लाइट ऑपरेटर्स की होगी.
- अलग-अलग देशों से आने वाले यात्रियों की पहचान संबंधित एयरलाइन की ओर से किया जाएगा.
- ऐसे यात्री अपना सैंपल देने के बाद ही एयरपोर्ट से बाहर आएंगे.
- संबंधित टेस्टिंग लैब को मरीज के कोरोना संक्रमित होने की सूचना IDCP को देनी होगी, जिससे संबंधित राज्यों को उस संक्रमित व्यक्ति के बारे में पता हो.
- पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद आइसोलेशन के साथ सैंपल को जीनोमिक सीक्वेंसिंग को भेजना होगा.
- 24 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए जारी हुई गाइडलाइन प्रभावी होगी.
HIGHLIGHTS
- चीन में एक बार फिर कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है
- यात्रा में मास्क लगाना जरूरी कर दिया गया है
- फ्लाइट के कुल यात्रियों के 2 प्रतिशत के रैंडम कोरोना सैंपल लिए जाएंगे