Coronavirus: घबराएं नहीं! भारत में कोरोना की चौथी लहर नहीं होगी असरदार, विशेषज्ञों ने गिनाए कारण

विशेषज्ञों ने कहा है कि कोविड-19 के मामलों के बीच भारत में कोरोना महामारी की नई लहर आने पर भी बड़ा असर नहीं होगा, यह दावा देश के विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञों ने किया है. यह भी सुझाव दिया कि...

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Shravan Shukla
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Coronavirus in India

कोरोना टेस्टिंग( Photo Credit : File)

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कोरोना वायरस ने दुनिया में खूब कहर बरपाया. भारत देश दुनिया का दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश रहा. लाखों लोगों की मौत हुई, करोड़ों कोरोना से संक्रमित हुए. चूंकि एक बार फिर से कोरोना दुनिया के अलग अलग हिस्सों में अपना सर उठा रहा है. यूरोप में हर दिन लाखों मामले सामने आ रहे हैं. चीन के कई शहरों, राज्यों में लॉक डाउन लगा दिया गया है. हांग कांग में भी लाखों केस आ रहे हैं, तो दक्षिण कोरिया में भी 4-5 लाख मामले सामने आ रहे हैं. लेकिन हिंदुस्तान में फिलहाल ऐसी बड़ी मुसीबत आती नहीं दिख रही है. इसकी वजह है भारत में व्यापक स्तर पर वैक्सीनेशन. 

कोरोना की चौथी लहर का ज्यादा नहीं होगा असर

विशेषज्ञों ने कहा है कि कोविड-19 के मामलों के बीच भारत में कोरोना महामारी की नई लहर आने पर भी बड़ा असर नहीं होगा, यह दावा देश के विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञों ने किया है. यह भी सुझाव दिया कि अब मास्क की अनिवार्यता से छूट देने पर भी सरकार को विचार करना चाहिए. उन्होंने इसकी वजह व्यापक टीकाकरण और प्राकृतिक संक्रमण से बनी प्रतिरोधक क्षमता को बताया. बता दें कि रविवार को भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के सिर्फ 1761 नए मामले मिले. ये आंकड़ा पिछले 688 दिनों में सबसे कम है. हालांकि इस दौरान 127 लोगों की मौत की खबर भी सामने आई. मौजूदा समय में 26,240 मामले अभी सक्रिय हैं, जिनके तेजी से कम होने की उम्मीद है. 

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मास्क की अनिवार्यता को किया जाए खत्म

डॉ. संजय राय एम्स में वरिष्ठ महामारी रोग विशेषज्ञ हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के हजारों म्यूटेशन हो चुके हैं, इसमें 5 वेरिएंट बेहद खतरनाक थे, जिन्होंने पूरी दुनिया पर असर डाला. हिंदुस्तान में कोरोना महामारी की दूसरी लहर इतनी तेजी से आई कि संभलने का मौका ही नहीं मिला. हालांकि उस दौरान देश के 90 फीसदी से ज्यादा लोगों में हर्ड इम्यूनिटी बन गई. इसकी वजह से लोगों में एंटीबॉडी बनी और अब वो पहले से ज्यादा तैयार हैं. ऐसे में हिंदुस्तान में लोग प्राकृतिक तौर पर कोरोना वायरस से लड़ने को तैयार हैं. इसके अलावा पूरे देश में व्यापक स्तर पर वैक्सीनेशन हुआ और इससे भी लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हुई. डॉ संजय राय ने कहा कि हाल-फिलहाल भारत में कोरोना की गंभीर लहर उठने से रही, तो सरकार को अब मास्क की अनिवार्यता खत्म कर देनी चाहिए.

पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमण का ऐसा रहा है ट्रेंड

कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया में अभी जो ट्रेंड आ रहे हैं, उससे पता चलता है कि जिन लोगों ने वैक्सीनेशन से दूरी बरती है, वो ज्यादा खतरे में हैं. इसके अलावा जो लोग अबतक संक्रमण से बचे रहे हैं और वैक्सीन से भी उन्होंने दूरी बना रखी थी, वो कोरोना वायरस के गंभीर संक्रमण का शिकार हो रहे हैं. क्योंकि उनका शरीर अब भी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयार नहीं है. वहीं, भारत में कोरोना वायरस की चौथी लहर की चिंताओं के बीच महामारी जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. चंद्रकांत लहरिया ने कहा है कि अब कोई नया वैरिएंट आए, तब भी भारत में नई गंभीर लहर की संभावना कम है. बल्कि ओमीक्रोन से मिले डाटा के आधार पर हमें मान लेना चाहिए कि भारत से महामारी अब खत्म हो चुकी है. हमने पिछली तीन लहर में प्राकृतिक संक्रमण और बड़ी संख्या में टीके की डोज से हाइब्रिड प्रतिरोधक क्षमता पाई है. हालांकि लोगों को अब भी सावधानी बरतने की जरूरत है. ऐसे में मास्क का इस्तेमाल जारी रखना सभी के हित में है.

HIGHLIGHTS

  • कोरोना वायरस की चौथी लहर के डर के बीच राहत भरी खबर
  • भारत में ज्यादा कहर नहीं बरपा पाएगा कोरोना
  • भारत को बड़ी संख्या में टीका करण का मिलेगा फायदा
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