Covid 19 JN1 Variant: कोरोना महामारी का खतरा अब तक टला नहीं है. दुनिया के कई देशों में एक बार फिर कोविड-19 के नए वेरिएंट JN1 के मामले सामने आ रहे हैं. यही वजह है कि भारत भी अब इन मामलों को लेकर अलर्ट मोड आ गया है. भारत में भी कोविड 19 के नए स्पाइक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. भारत में नए वेरिएंट के 23 मामले सामने आ चुके हैं. जबकि चार से ज्यादा राज्यों में कोरोना अपने पैर पसार चुका है. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन की पूर्व प्रमुख साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने बड़ी चेतावनी जारी की है. स्वामीनाथन की मानें तो अस्पतालों में एक बार फिर कोरोना मरीजों की लंबी लाइन लगने वाली है.
क्या बोलीं WHO की पूर्व चीफ साइंटिस्ट
कोरोना महामारी के एक बरा फिर बढ़ते खरते के बीच डब्ल्यूएचओ की पूर्व चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में बड़ा अलर्ट दिया है. उन्होंने कहा है कि कोविड-19 का नया वेरिएंट डराने वाला है. खास बात यह है कि यह तेजी से फैलता है. उन्होंने ये भी कहा कि इस बीच सर्दी, जुकाम या खांसी को भी नजर अंदाज ना करें. ये कोरोना के सामान्य लक्षणों की ही तरह है.
इस बात की राहत
सौम्या ने एक बड़ी राहत भी दी है. जो भारतीयों के लिए काफी अहम है. उन्होंने कहा कि जिस तरह भारत में वैक्सीनेशन देखने को मिला है उससे ये कहा जा सकता है कि इन वेरिएंट को लेकर भारत में मुश्किल कम हो सकती है. यहां पर ज्यादा हॉस्पिटलाइजेशन नहीं देखने को मिले. इतना ही नहीं उन्होंने भारत के हेल्थ केयर सिस्टम की भी तारीख की. सौम्या ने कहा कि 2020 के बाद भारत का हेल्थ केयर सिस्टम तेजी से बढ़ा है.
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खतरा अब भी कायम
स्वामीनाथन की मानें तो कोविड का खतरा टला नहीं है. इससे अब भी डरने की जरूरत है. अकेले भारत में अब तक इस नए सब वेरिएंट के 21 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. अकेले कोच्चि के हॉस्पिटलों में 30 प्रतिशत मामले कोविड के ही बताए जा रहे हैं. वहीं ये दुनियाभर के कई देशों में तेजी से फैल रहा है. सिंगापुर में तो इस वेरिएंट ने तबाही मचा रखी है.
तैयारियों बढ़ाने पर दिया जोर
सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि, फिलहाल हमारे लिए जरूरी है कि हम तैयारियां बढ़ाने पर जोर दें. उन्होंने कहा कि जिस तेजी से ये वेरिएंट फैल रहा है उसमें आने वाले दिनों में ये देखने को मिल सकता है कि रोजाना हजारों की संख्या में नए मामले सामने आने लगें. हालांकि इस तरह के हालातों से हम पहले निपट चुके हैं, लेकिन अभी से तैयारियां पुख्ता होंगी तो आप इन मामलों में गंभीर हालातों से बच सकेंगे.
बुजुर्गों को ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत
डब्ल्यूएचओ की पूर्व साइंटिस्ट की मानें तो इस सब वेरिएंट का सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों पर ही दिखाई दे सकते हैं. ऐसे में जिन लोगों की उम्र 60 से ज्यादा है उन्हें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. इसके अलावा जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं उन्हें भी अलर्ट मोड पर रहना होगा.
ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट है जेएन.1
बता दें कि जेएन.1 कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट का सब वेरिएंट है. इस वेरिएंट का पहला मामला लक्जमबर्ग में सामने आया था. इसके सोर्स की बात करें तो ये पिरोला वैरायटी BA.2.86 है. वहीं इस वेरिएंट का भारत में पहला केस 8 दिसंबर को सामने आया था. ये मामला केरल में 79 वर्षीय बुजुर्ग महिला में देखने को मिला था.
अब तक इन देशों में फैला जेएन.1
भारत के अलावा कोविड-19 का जेएन.1 वेरिएंट कई देशों में अपने पैर पसार चुका है. इनमें अमेरिका, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्पेन, ब्रिटेन, आइसलैंड और चीन प्रमुख रूप से शामिल हैं. भारत में इसके 21 मामलों की अबतक पुष्टि भी हो चुकी है.
HIGHLIGHTS
- कोरोना महामारी की फिर बढ़ा खतरा
- तेजी से फैल रहा ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट JN.1
- WHO की पूर्व चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने किया अलर्ट