कोरोना महामारी की विनाशकारी दूसरी लहर की रफ्तार कम होते नहीं दिख रही है. पूरा देश इस वक्त कोरोना महामारी की चपेट में हैं और हर रोज संक्रमितों के साथ मृतकों की संख्या की बढ़ रही है. एक साल से अधिक वक्त होने के बाद भी महामारी को काबू में नहीं किया जा सका है. कोरोना की दूसरी वेव से मचे हाहाकार के बीच तीसरी लहर आने की भविष्यवाणी कर दी गई है. केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार ने देश में तीसरी लहर को लेकर भी चेतावनी जारी की है. मगर कुछ एक्सपर्ट्स अभी इससे सहमत नहीं हैं. इन एक्सपर्ट्स ने कोरोना की तीसरी लहर को फिलहाल एक कल्पना या अनुमान मात्र बताया है. एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि देश में अभी कोरोना की दूसरी लहर पर कंट्रोल पाने पर ही फोकस होना चाहिए.
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'तीसरी लहर अभी सिर्फ कल्पना'
आईसीएमआर के महामारी और संक्रामक रोग विभाग के प्रमुख डॉ. समीरन पांडा कहते हैं कि अभी कोरोना की दूसरी लहर है, इसलिए हमारा फोकस इसे कंट्रोल करने पर हो. उन्होंने कहा कि जो लोग तीसरी लहर की बात कह रहे हैं, वो अभी सिर्फ कल्पना कर रहे हैं. समीरन पांडा का कहना है कि ऐसे तो फिर आने को तीसरी ही नहीं, चौथी और पांचवीं लहर भी आ सकती है. उन्होंने कहा कि हमारा फोकस इस वक्त केवल दूसरी लहर पर होना चाहिए.
'अभी तीसरी वेव पर फोकस किया तो स्थिति बिगड़ेगी'
इसके अलावा एम्स के पूर्व डायरेक्टर डॉ. एमसी मिश्रा का कहना है कि तीसरी लहर की बात करने वाले लोगों को उसका समय भी बताना चाहिए. एमसी मिश्रा कहते हैं कि अभी दूसरी लहर है और ऐसे में इसी पर हमारा फोकस होना चाहिए, हम अगर इससे फोकस हटाकर तीसरी वेव की तरफ करेंगे तो स्थिति और गंभीर हो जाएंगी. एम्स के पूर्व डायरेक्टर का कहा है कि तीसरी लहर की बात अभी सिर्फ इसलिए कही गई है, ताकि दूसरी लहर में मामले कम होते देख लोग दोबारा लापरवाही ना बरतें. साथ में उन्होंने यह भी कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि कभी भी अगली वेव आ सकती है, लेकिन इससे बचने के वैक्सीनेशन की स्पीड बढ़ाने की जरूरत है.
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सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार ने दी थी चेतावनी
गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन ने चेतावनी देते हुए कहा था कि देश में कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी. राघवन ने कहा था कि वायरस का अधिक मात्रा में सकुर्लेशन हो रहा है और तीसरी लहर भी आएगी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह कब आएगी और किस स्तर की होगी. हमें नई (तीसरी) लहर के लिए तैयारी करनी चाहिए.
उन्होंने कहा था कि नए स्ट्रेन से निपटने के लिए अपग्रेडेशन के लिए कोविड-19 वैक्सीन की नियमित निगरानी की आवश्यकता है. वैज्ञानिक सलाहकार ने यह भी कहा था कि वायरस के स्ट्रेन पहले स्ट्रेन की तरह फैल रहे हैं. इनमें नई तरह के संक्रमण का गुण नहीं है. उन्होंने कहा कि मौजूदा वेरिएंट्स के खिलाफ वैक्सीन प्रभावी हैं. देश और दुनिया में नए वेरिएंट्स आएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि एक लहर के खत्म होने के बाद सावधानी में कमी आने से वायरस को फिर से फैलने का मौका मिलता है. विजय राघवन ने इस बात पर भी जोर दिया था कि वर्तमान में उपलब्ध टीके मौजूदा वेरिएंट के मुकाबले प्रभावी हैं.
HIGHLIGHTS
- देश में कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी
- कुछ एक्सपर्ट्स ने बताया इसे एक कल्पना
- बोले- अभी दूसरी लहर को हो सारा फोकस