H3N2 Virus: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने H3N2 वायरस को लेकर प्रेसवार्ता के जरिए एडवाइजरी जारी की है. इस समय हिंदुस्तान में H1, L1 और L2 इन्फ्लूएंजा तेजी से फैल रहा है. खासतौर पर इसके दो पीक आते हैं. जनवरी से मार्च तक पहला पीक आता है. वहीं दूसरा पीक मानसून के खत्म होने के बाद आता है. मार्च इसका पीक होता है. मार्च के खत्म होने के साथ ही ये कम हो जाता है. इस बार इन्फ्लूएंजा के काफी मरीज सामने आ रहे हैं. इसका असर पहले से किसी बीमारी से पीड़ित लोगों पर अधिक देखा जाता है. कमजोर फेफड़ों वाले या पहले कोरोना से पीड़ित लोगों पर इसका ज्यादा असर दिख रहा है. इसके लक्षण बुखार, खांसी, गले में खराश, बदन व सिर दर्द की शिकायत है.
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेसवार्ता में बताया कि सरकार ने एडवाइजरी के रूप में कुछ बातें कहीं हैं. 2 तरीके के एज ग्रुप्स हैं, जिनको इससे ज्यादा परेशानी हो रही है और उन्हें ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. इस बीमारी का सबसे ज्यादा असर 65 साल से अधिक उम्र वाले, वहीं पांच साल से छोटे बच्चों को सतर्क रहने की आवश्यकता है.
हिंदुस्तान में करीब 6 राज्यों में भारत सरकार की तरफ से कोविड की एडवाइजरी जारी हुई है. वहां पर कोविड बढ़ रहा है. वह 6 राज्य हैं केरल, कर्नाटक, तमिल नाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र और गुजरात. हालांकि इसमें दिल्ली नहीं है लेकिन फिर भी दिल्ली सरकार की तरफ से हम यह एडवाइजरी जारी कर रहे हैं.
आप नेता कहा, कोरोना और इन्फ्लूएंजा के बचाव बिल्कुल एक से हैं तो लोग भीड़भाड़ की जगहों में थोड़ा कम किया जाए. अगर आपको खांसी जुकाम है तो आप पब्लिक प्लेस पर पब्लिक सरफेस को ज्यादा नहीं छुएं. जब भी मौका मिले हाथ धोएं. हाथ को चेहरे पर ना लगाएं. यही कॉमन प्रिकॉशन है जो सरकार ने अपनी एडवाइजरी में शामिल किया है.
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अगर लोग इसका पालन करेंगे तो हम इनफ्लुएंजा को रोक पाएंगे और कोरोना को शुरू में ही रोक सकते हैं. हालांकि जो कोरोना का वैरीअंट है उसमें कोई खतरे की बात नहीं है लेकिन चूंकि केंद्र सरकार ने 6 राज्यों में कोरोना की एडवाइजरी जारी की है इसलिए हम दिल्ली में भी जारी कर रहे हैं.
सरकार ने अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को हिदायत दी है ताकि वह इस स्थिति को हर रोज जांचें. सभी जिलों को इंस्ट्रक्शन दिए जा चुके हैं ताकि वह अर्ली स्क्रीनिंग कर सकें और स्थिति को मॉनिटर करें. जिससे अगर किसी क्षेत्र में अर्ली राइजिंग केस आ रहे हैं तो उसको हम डिटेक्ट कर सकें. इनफ्लुएंजा लाइक एलएस को डिटेक्ट कर सके. और अगर गंभीर एक्यूट रेस्पिरेट्री के केस आते हैं तो हम उसको भी क्लोजली मॉनिटर कर रहे हैं. सरकार ने यह भी कहा है कि कुछ दिनों में न्यूजपेपर एडवरटाइजमेंट और एफएम रेडियो के माध्यम पर एडवर्टाइजमेंट के माध्यम से भी जागरूकता फैलाएंगे.
HIGHLIGHTS
- आप नेता सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेसवार्ता में एडवाइजरी जारी की
- कोरोना और इन्फ्लूएंजा के बचाव बिल्कुल एक से हैं
- सरकार ने अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को हिदायत दी है