Disadvantages of taking Painkiller: Painkiller दर्द से राहत देने के लिए उपयोगी दवाएं हैं, लेकिन इनके कुछ नुकसान भी हैं. पेनकिलर के अधिक सेवन से नुकसान हो सकता है. कुछ पेनकिलर की अधिक खपत से पेट और किडनी में क्षति हो सकती है, और दिल के समस्याओं का खतरा भी बढ़ सकता है. बाजार में बिना डॉक्टर के सलाह के उपलब्ध दवाओं का अधिक सेवन करने से अवसाद, नींद की समस्याएं, और अन्य दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं. इसलिए, पेनकिलर का सही मात्रा में और डॉक्टर की सलाह पर ही उपयोग करना चाहिए.
1. लत लगना: Painkiller का अधिक मात्रा में या लंबे समय तक उपयोग करने से लत लग सकती है. Painkiller की लत से छुटकारा पाना मुश्किल हो सकता है. एक व्यक्ति जो सिरदर्द के लिए Painkiller लेता है, वह धीरे-धीरे Painkiller पर निर्भर हो सकता है. उसे लग सकता है कि वह Painkiller के बिना सिरदर्द का सामना नहीं कर सकता. यदि वह Painkiller लेना बंद कर देता है, तो उसे सिरदर्द, थकान, और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
2. पेट की समस्याएं: Painkiller पेट में जलन, अपच, और कब्ज जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं. एक व्यक्ति जो गठिया के दर्द के लिए Painkiller लेता है, उसे पेट में जलन और अपच की समस्या हो सकती है. उसे लगातार पेट में दर्द और जलन महसूस हो सकती है. उसे भोजन पचाने में भी मुश्किल हो सकती है.
3. किडनी और लीवर को नुकसान: Painkiller किडनी और लीवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं. एक व्यक्ति जो मासिक धर्म के दर्द के लिए Painkiller लेता है, उसे किडनी और लीवर को नुकसान हो सकता है. उसे किडनी और लीवर के कार्य में कमी महसूस हो सकती है. उसे थकान, कमजोरी, और भूख न लगने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.
4. हृदय रोग का खतरा: Painkiller हृदय रोग का खतरा बढ़ा सकते हैं. एक व्यक्ति जो पीठ दर्द के लिए Painkiller लेता है, उसे हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है. उसे सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
5. एलर्जी: Painkiller एलर्जी पैदा कर सकते हैं. एक व्यक्ति जो दांत दर्द के लिए Painkiller लेता है, उसे एलर्जी हो सकती है. उसे त्वचा पर चकत्ते, खुजली, और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
6. अन्य दवाओं के साथ प्रतिक्रिया: Painkiller अन्य दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकते हैं. अगर कोई व्यक्ति जो Painkiller के साथ रक्त पतला करने वाली दवा लेता है, उसे रक्तस्राव का खतरा बढ़ सकता है. उसे नाक से खून बहना, मसूड़ों से खून बहना, और आंतरिक रक्तस्राव जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
ये सावधानियां बरतें: Painkiller का उपयोग केवल डॉक्टर की सलाह पर ही करें. निर्धारित मात्रा ही लें, लंबे समय तक उपयोग न करें. Painkiller का उपयोग करते समय शराब न पीएं. अगर आपको Painkiller से कोई दुष्प्रभाव होता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
Painkiller नहीं लेना चाहते तो ये इलाज करें:
आइस पैक: आइस पैक दर्द से राहत देने में मदद कर सकता है.
गर्म सिकाई: गर्म सिकाई दर्द से राहत देने में मदद कर सकती है.
मालिश: मालिश दर्द से राहत देने में मदद कर सकती है.
योग और व्यायाम: योग और व्यायाम दर्द से राहत देने में मदद कर सकते हैं.
आयुर्वेदिक दवाएं: आयुर्वेदिक दवाएं दर्द से राहत देने में मदद कर सकती हैं.
Painkiller का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा उचित होता है.
यह भी पढ़ें: बचपन के मोटापे से परेशान? ये तरीके रखेंगे बच्चों को हेल्दी
Source : News Nation Bureau