लाइफस्टाइल के चलते और बिगड़े खान पान के साथ सेहत पर असर पर असर सबके पड़ रहा है. साथ ही कभी कबार ऑफिस का मोहाल भी ऐसा हो जाता है कि इंसान कंट्रोल नहीं हो पाता. ऐसे में मेंटल हेल्थ पर बुरा असर कुछ ज्यादा ही नजर आने लगा है. ऐसा नहीं है कि लॉकडाउन से पहले जब सबकुछ सामान्य था, तब काम का तनाव और दबाव नहीं था, ऐसी दिक्कतें तो तब भी आती थीं लेकिन जिन परिस्थितियों से ज्यादातर लोग आज के वक्त में गुजर रहे हैं, ये एकदम नई हैं. अगर आपका भी दिमाग कभी कभी ऑफिस में ख़राब हो जाता है या आप अपने ऊपर कंट्रोल नहीं कर पाते तो चलिए जानते हैं कैसे ठीक करें अपनी मेन्टल हेल्थ को.
यह भी पढ़ें- गर्मी में इन चीज़ों को खाने से नहीं लगेगी लू, नहीं पड़ेंगे बीमार
- आप वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं या ऑफिस जाने लगे हैं, सबसे पहली बात तो यह है कि आप टेंशन और परेशानी को अपने ऊपर हावी ना होने दें. ज्यादा काम को अपने ऊपर हावी न होने दें. इसलिए जब भी आपके ऊपर काम ज्यादा हावी हो तो दिमाग को शांत जड़ें. या 5 से 20 मिनट का ब्रेक लें.
हैपी और रिलैक्स रहने का तरीका
-काम के दौरान हैपी और रिलैक्स रहने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप मन को शांत रखें. खुद को मानसिक रूप से इस बात के लिए तैयार करें कि मुझे अपना 100 प्रतिशत देना है लेकिन इसका रिजल्ट मेरे नहीं ईश्वर के हाथ में है. इसलिए मेरे साथ वही होगा, जो मेरे लिए अच्छा होगा
कम्युनिकेशन बनाए रखें
- ऑफिस हो या वर्क फ्रॉम होम, आज के समय में कॉलीग्स के साथ उस तरह का रिलेशन रख पाना संभव नहीं हो पा रहा है, जैसा पहले रहा करता था. लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप अपनी टीम के टच में रहना छोड़ दें. टीम और टीम लीडर के साथ होनेवाला लगातार कम्युनिकेशन दिमाग और सोच को सकारात्मक बनाए रखने में सहायक है.
यह भी पढ़ें- Corona पॉजिटिव हुए लोगों में बढ़ रहा हैं इन 15 बीमारियों का खतरा, डायबिटीज भी है शामिल
हर बात पर हां कहना ठीक नहीं
- दुनिया में अगर कुछ अपना है तो वह है सिर्फ अपना शरीर. इसलिए टारगेट पूरा करने या बॉस को खुश करने के लिए हर समय काम के दबाव में ना रहें. जो आपसे हो सके वही काम करें. बॉस को खुश करने के चक्क्र में जो काम आपको न आता हो वो न करें न ही प्रेशर में आये.
खाना साथ खाएं
-ऑफिस जाने लगे हैं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं तो इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि आप साथ में खाना नहीं खा सकते हैं. ऑफिस में सबसे अच्छे से बात करें. किसी से भेदभाव न करें. साथ मिलकर काम करना ज्यादा अच्छे से काम होता है.
यह ऐसा समय है, जब आपकी ही तरह हर साथी असुरक्षा और डर की भावना के बीच जी रहा है। इससे मूड अक्सर खराब हो जाता है. यदि कभी कोई टीममेट आपको गुस्से में रिप्लाई कर दे तो इस बात को अपने ईगो पर ना लें और उस समय शांत रहें. उस समय उसकी भी मानसिकता समझे और उसे भी शांत करवाएं. अगर आपको भी कभी कभी गुस्सा आरहा है तो काम से थोड़ा ब्रेक लेकर बाहर चले जाएं और थोड़ा टहल कर मूड फ्रेश करके आएं.
यह भी पढ़ें- कोरोना महामारी में मुंह के खोए हुए स्वाद को इस तरह से ला सकते हैं वापस
Source : News Nation Bureau