Dog Bite: आजकल कुत्तों के काटने की घटना बहुत बढ़ गई है, आवारा कुत्ते व्यस्क लोगों की तुलना में ज्यादातर बच्चों को अपना शिकार बना रहे हैं. हाल ही में इससे संबंधित एक घटना सामने आयी, जहां कुत्ते के काटने से गाजियाबाद में एक 14 साल के लड़के की मौत हो गई, आए दिन ऐसे मामले सुनने को मिलते रहते हैं. एक आंकड़े के मुताबिक भारत में हर साल करीब दो करोड़ लोगों के जानवरों द्वारा काटे जाने के मामले सामने आते है, इनमें 92 प्रतिशत मामले कुत्तों के काटने के हैं. WHO (World Health Orgnisation) की माने तो, दुनिया में 36 फीसदी रेबिज से मौत के मामले अकेले भारत में है. कुत्ता का काटना मानव स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा हो सकता है. कुत्ते के काटने के मामले में सतर्कता बरतना अत्यंत महत्वपूर्ण है. यह एक चोट का खतरनाक स्रोत हो सकता है जिसमें विभिन्न प्रकार के संक्रमण शामिल हो सकते हैं. समय रहते इसके सही उपचार से कई गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है. आइए जानें कुत्तों के काटने से होने वाली बीमारी:
कुत्ते के दांतों के ब्लोकेज से होने वाला खतरा
कुत्ते के काटने के कारण आमतौर पर उसके दांतों के ब्लोकेज से होने वाले घाव में संक्रमण का खतरा होता है. इसके कारण विभिन्न रोगों का संग्रह हो सकता है, जिसमें रेबीज़, टेटनस, और अन्य खतरनाक संक्रमण शामिल हो सकते हैं.
रेबीज़: यह एक जानलेवा वायरसीय बीमारी है जो कुत्तों के द्वारा मनुष्यों को संक्रमित कर सकती है. इसका प्रमुख कारण होता है कुत्ते का काटना या छाती में चोट।
टेटनस: यह बीमारी कई जानवरों के द्वारा संक्रमित होती है और कुत्ते के काटने से भी यह हो सकती है.
कुत्ता काटने के अन्य बीमारियां: कुत्ते के काटने से अन्य बीमारियों जैसे कि एंटीबाइओटिक रिसिस्टेंट इंफेक्शन, पेस्ट संक्रमण, स्कैबीज, और सेप्टिकेमिया जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं.
इन बीमारियों का संक्रमण बचाव और उपचार के लिए जल्दी से चिकित्सक की सलाह लेना चाहिए. संक्रमण के खतरे को समझने और बचाव करने के लिए उचित सावधानी बरतना जरूरी है.
संक्रमण के लक्षण: कुत्ते के काटने के बाद, संक्रमण के लक्षणों में बुखार, डरावने सपने, और बदले चाव शामिल हो सकते हैं. अगर किसी को कुत्ते के काटने के बाद ऐसे लक्षण आते हैं, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए.
सुरक्षा के उपाय: कुत्ते के काटने के मामले में, अपने घाव को धोने के बाद अच्छी तरह से साबुन और पानी से धोएं. विशेष रूप से अगर कुत्ता रेबीज़ का टीका नहीं लगाया है, तो तुरंत चिकित्सक की सलाह लें.
कुत्ते के काटने के मामले में सतर्क रहना और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना अत्यंत महत्वपूर्ण है. संक्रमण के खतरे को समझने और उससे बचाव करने में सहायक है.
Source : News Nation Bureau