बदलते मौसम के साथ आंखों में होने वाली समस्याएं भी बढ़ जाती है। सर्दियों के मौसम में ड्राई आईज एक ऐसी समस्या है जो कि काफी लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लेती है। आंख संबंधी कोई भी समस्या को नजरअंदाज न करें क्यूंकि ये आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है। अगर इस बारे में जानकारी हो तो आंखों को ड्राई आईज की समस्या से बचा जा सकता है।
आंखे भी होती है खुश्की का शिकार?
आंखो में खुश्की होने को आसान भाषा में ड्राई आईज भी कहते हैं जिसका मतलब है आंखों में पर्याप्त मात्रा में नमी की कमी हो जाना, यह आंखों के लिए हानिकारक है।
लक्षण :
आंखों में खुजली, जलन, संवेदनशीलता, लाली, आंखों की नमी का अचानक कम हो जाना
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कारण :
1. स्मॉग- स्मॉग (फॉग और धुएं का मिश्रण) की वजह से आंखों की ड्राइ आइज जैसी समस्या बढ़ जाती हैं।
2. सर्जरी : किसी भी प्रकार की आंखों की सर्जरी के बाद कुछ समय तक ड्राइ आइज की समस्या हो जाती है।
3. हॉर्मोन संबंधी कारण : ड्राई आइज की समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होती है। इसका कारण है प्रेग्नेंसी या गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन की वजह से हार्मोन में आया बदलाव।
4. मेकअप : हेवी आई मेकअप से कई बार ऐसा होता है कि आखों के ऑयल ग्लैंड्स में ब्लॉकेज हो जाता है, जिसके कारण भी ड्राइ आइज की समस्या होती है।
ड्राई आईज का इलाज-
- आंखों को जितना हो सके मोबाइल और लैपटॉप से दूर रखें
- खुद ही अपना इलाज न करें बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी प्रकार की दवा या फिर आइड्रॉप का इस्तेमाल ना करें
- आंखों को प्रदुषण से बचाये से बचाएं और आंखों में चिकित्सक द्वारा परामर्श ऑय ड्रॉप्स डालें
- ड्राई आईज में कांटेक्ट लेन्सेस का इस्तेमाल न करें क्यूंकि इससे आपकी परेशानी और बढ़ सकती है
- आंखों को आराम दे और काजल, लाइनर इत्यादि का इस्तेमाल न करें
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(इनपुट- आईएएनएस)
Source : News Nation Bureau