सेहतमंद शरीर और मन के लिए उचित पोषण आवश्यक है. इसलिए, हम पोषण और आहार को अच्छी सेहत का आधार मान सकते हैं. आपका आहार न केवल आपके शरीर, हड्डियों और प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करता है बल्कि आपके कान के स्वास्थ्य पर भी सीधा असर डालता है. यह सुनकर आपको आश्चर्य हो सकता है क्योंकि इस विषय पर बहुत अधिक चर्चा में नहीं की जाती है. लेकिन इस बात के पूरे सबूत हैं कि आपके शरीर में पोषण की स्थिति का आपके सुनने की स्थिति पर प्रभाव पड़ता है. कान के स्वास्थ्य के साथ आहार और पोषण के बीच संबंध जानने के लिए आपको इस आर्टिकल को पढ़ना पड़ेगा.
पोषण कान की सेहत को कैसे प्रभावित करता है?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक शोध ने निष्कर्ष निकाला है कि सुनने की स्थिति कई पोषक तत्वों से प्रभावित होती है, जिसमें विटामिन ए, बी, सी, डी, ई जैसे पोषक तत्व और जिंक, मैग्नीशियम, सेलेनियम, आयोडीन, आयरन, फैटी एसिड जैसे खनिज शामिल हैं. इसके साथ ही यह बात भी सामने आई है कि प्रत्येक पोषण संबंधी कारक का प्रभाव आयु या लिंग जैसे वेरिएबल के आधार पर अलग हो सकता है.
वहीं, पहले किए गए कई अध्ययनों ने भी आहार और सुनने के बीच संबंध की जांच की है. उनकी जांच से पता चला कि जिंक, मैग्नीशियम, सेलेनियम, आयरन और आयोडीन जैसे विशिष्ट सूक्ष्म पोषक तत्वों के साथ-साथ विटामिन ए, बी, सी, डी और ई की कमी ने सुनने की समस्या को बढ़ाया है. इसके अलावा, कम सुनने की स्थिति वसा, कोलेस्ट्रॉल और कार्बोहाइड्रेट की अधिक खपत या प्रोटीन के कम सेवन से संबंधित थी.
मोटापा और सुनने की समस्या
कुपोषण और मोटापे के अलावा सुनने की समस्या के जोखिम कारक के रूप में भी रिपोर्ट किया गया है. मोटापे और सुनने की समस्या के बीच संबंध से संबंधित मुख्य सिद्धांतों में से एक यह है कि कोशिका की दीवार बहुत अधिक वसा ऊतक द्वारा बिगड़ने के कारण आंतरिक कान प्रणाली क्षतिग्रस्त हो जाती है, जिससे आंतरिक कान की रक्तवहानलियों में सिकुड़न हो जाती है.
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कान के अच्छे स्वास्थ्य के लिए क्या खाएं?
अधिक फल और सब्जियां खाने से कान के स्वास्थ्य को बनाए रखने और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने में मदद मिलती है. इससे कान से जुड़े संक्रमण से लड़ने में सक्षम हो जाएगा. ऐसे खाद्य पदार्थ अपनी डाइट में शामिल करें जो आपको विटामिन, विशेष रूप से विटामिन ए, बी, सी, डी और ई प्रदान कर सकें. साथ ही, सुनिश्चित करें कि आपका भोजन आपके जिंक, मैग्नीशियम, सेलेनियम, आयरन, आयोडीन और प्रोटीन की आवश्यकताओं को पूरा करे. विटामिन सी के लिए आप फूलगोभी, ब्रोकली, जामुन, पपीता, स्ट्रॉबेरी, टमाटर और हरी या पीली मिर्च ले सकते हैं.
आप विटामिन ई के लिए एवोकैडो, सरसों, आम, कद्दू और सूरजमुखी के बीज मिला सकते हैं. एंटीऑक्सिडेंट भी आवश्यक हैं, इसलिए उन्हें अपने आहार के माध्यम से जरूर प्राप्त करें. सेब, आलूबुखारा, लाल अंगूर, प्याज, बैंगन, बीन्स और किशमिश कुछ ऐसे विकल्प हैं जिनसे आप एंटीऑक्सीडेंट प्राप्त कर सकते हैं. जिंक पाने के लिए सीप, मेवे और साबुत अनाज खाएं. आप ट्यूना, पोल्ट्री और अन्य अनाज उत्पादों से सेलेनियम प्राप्त कर सकते हैं.
कुल मिलाकर आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप क्या खा रहे हैं, क्योंकि यह आपके समग्र स्वास्थ्य के साथ-साथ आपके कानों को भी प्रभावित करेगा. वहीं अगर आपको कानों से जुड़ी कोई समस्या है तो परीक्षण करवाएं कि कहीं आपको पोषक तत्वों की कमी तो नहीं है. इसके बाद डॉक्टर की सलाह के अनुसार खाने-पीने का ध्यान रखें और कानों की समस्या से निजात पाएं.