कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर एक नई स्टडी सामने आई है. स्टडी में दावा किया गया है कि ठीक होने पर 3 माह तक बॉडी में कोरोना वायरस एक्टिव रहता है. इससे पहले वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने कहा था कि संक्रमित व्यक्ति 14 दिनों तक डॉक्टर द्वारा दिए गए सुझावों को ढंग से फॉलो करे तो कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आ सकती है, लेकिन अब नई स्टडी सामने आने से पुरानी थ्योरी फेल होती दिख रही है.
हाल ही में रिसर्च में सामने आया है कि कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति के ठीक होने पर भी Covid के अंश मौजूद रहते हैं. बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस के कुछ अंश 86 दिनों तक शरीर में मौजूद रह सकते हैं.
बताया जा रहा है कि विषाणु जनित रोग कोरोना बिना कोशिका का सूक्ष्मजीव है, जो नाभिकीय अम्ल और प्रोटीन से बना है. कोरोना को किसी जीवित कोशिका की जरूरत होती है. क्यों वह अपना जीवन चक्र खुद नहीं चला सकता. इसी कारण यह इंसानों को प्रभावित करता है. ये हजारों वर्षों तक वातावरण में मौजूद रह सकता है. कोरोना वायरस मानव कोशिका के जीन में बदलाव कर देता है, जिससे कोशिका इसका आदेश मानने लगती है.
रिसर्च के अनुसार, जिन लोगों में वायरस का प्रभाव अधिक रहा, उनमें ट्रीटमेंट लेने पर भी कोरोना का अंश अधिक दिनों तक रहा. जिनमें वायरस अधिक प्रभावी नहीं रहा, उनमें Post Covid के लक्षण ना के बराबर रहे. कोरोना के मरीजों की शुरुआती 5 दिनों में अच्छी देखभाल हो और वे जल्दी ठीक हो जाएं तो उनमें कोरोना का असर कम होता है. कोरोना के गंभीर मामलों में देखा गया कि संक्रमित होने के कई दिनों बाद तक मरीजों में बीमारी का प्रभाव देखने को मिला.
कोरोना अलग-अलग शरीर में अलग-अलग तरीके से अटैक करता है. मरीज के ध्यान न देने पर कोरोना उनके फेफड़ों को डैमेज कर सकता है. कोरोना संक्रमित मरीज को ठीक होने पर भी हल्दी वाला दूध और काढ़ा जरूर लेते रहना चाहिए. गर्म पानी से गरारे करना चाहिए और स्टीम भी लेते रहना चाहिए.
Source : News Nation Bureau