यदि आप भी अक्सर अपनी चीजें रखकर भूल जाते हैं? कई बार गाड़ी या घर का दरवाजा लॉक करने के बाद भी आप उसे कई बार चेक करते हैं. अगर ऐसा आपके साथ एक से ज्यादा बार हो रहा है तो आप डिमेंशिया (dementia) नामक बीमारी से ग्रस्त हैं. एक रिपोर्ट में आए आंकड़ों की बात करें तो शहरों में डाक्टरों के पास आने वाला हर दसवां मरीज इस बीमारी से पीड़ित है. हैरत की बात ये है कि अब ये बीमारी युवाओं में पनपने लगी है. जिसका मुख्य कारण तनाव है. डॅाक्टरों का मानना है कि ये बीमारी साइक्लॅाजी पर आधारित है.
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युवाओं में पनप रही बीमारी
डिमेंशिया अक्सर उम्रदराज लोगों में पाई जाने वाली बीमारी है. डाक्टर्स बताते हैं कि उम्र बढ़ने के साथ यादाश्त का कमजोर होना स्वभाविक है. हर 100 में से 70 बुजुर्गों में डिमेंशिया की बीमारी पाई जाती है. मगर हैरत की बात ये है कि युवा अवस्था में भी भूलने की बीमरी लोगों को अपनी चपेट में ले रही है. दरअसल हमारी जीवनशैली और काम का दबाव और उससे आगे बढकर अवसाद की शक्ल में युवाओं को घेर रहा है. इन दोनों परेशानियों में डिमेंशिया हावी हो रही है.
क्यों भूल जाते हैं
विशेषज्ञ डा. संदीप बताते हैं,“ जब सोचने, याद रखने और तर्क शक्ति में कमी आती है, तो ये रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करने लगती है. इन कारणों में ड?ग्स लेना, अल्कोहल लेना, हारमोन, विटामिन इंबेलेंस और डिप्रेशन सबसे आगे है. डिमेंशिया नाम की इस बीमारी में ब्रेन का लर्निंग वाला पार्ट इफेक्टेड होता है. डिमेंशिया का सबसे कामन काज अल्जाइमर डिसीज है. कई डिसआर्डर्स भी डिमेंशिया का शिकार बनाते हैं. डिमेंशिया से व्यक्ति की पर्सनेल्टी से लेकर मूड और व्यवाहर तक पर असर दिखाई देता है. जिन लोगों को ये समस्या होती है, वो कुछ गुमसुम हो जाते हैं. साथ ही उनकी सहने की शक्ति भी बहुत कम हो जाती है.
HIGHLIGHTS
- एक रिपोर्ट के मुताबिक डॅाक्टरों के पास आने वाला हर दसवां मरीज बीमारी से ग्रस्त
- कम उम्र के लोगों में भी पनप रही बीमारी
- खासकर उम्रदराज लोगों में पाई जाती थी बीमारी
Source : News Nation Bureau