कोविड-रोधी टीके की उपलब्धता आसान होने के बावजूद उत्तर प्रदेश, दिल्ली और तमिलनाडु जैसे राज्यों को इसकी कमी का सामना करना पड़ सकता है. एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की एक शोध रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली की मौजूदा वैक्सीन हिस्सेदारी मांग से काफी कम है. एमके के अर्थशास्त्रियों ने कहा है कि उनकी स्टडी के अनुसार, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और दिल्ली जैसे राज्यों को वैक्सीन का हिस्सा उनकी जरूरत से कम मिल रहा है, जबकि राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र को अपेक्षाकृत अधिक प्राप्त हो रहा है. एमके की प्रमुख अर्थशास्त्री माधवी अरोड़ा ने कहा, वर्तमान में राज्यों में और यहां तक कि राज्यों के भीतर, शहरी और ग्रामीण जिलों के बीच भी वैक्सीन प्रशासन में बड़ा बिखराव (डिस्परशन) है। जुलाई तक वैक्सीन की आपूर्ति की चिंता कम हो सकती है, फिर भी हमें एक लंबा रास्ता तय करना होगा.
इसके अलावा, रिपोर्ट में कहा गया है कि टीकाकरण का राजकोषीय बोझ राज्यों के बीच उनकी आबादी के अनुसार अलग-अलग होगा. राज्यों के लिए, टीकाकरण का राजकोषीय बोझ उनकी आबादी और 45 वर्ष आयु वर्ग के लिए वितरण के हिसाब से अलग-अलग होगा. टीकाकरण लागत के अध्ययन के आकलन से पता चलता है कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य अपने राज्यों के उत्पादन के प्रतिशत के रूप में टीकाकरण की उच्चतम लागत वहन करने में सबसे आगे हैं.
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से वैक्सीन उपलब्ध कराने की गुहार लगाई है. केजरीवाल ने कहा कि युवाओं का वैक्सीन सेंटर आज से बंद हो रहे हैं. कुछ एक सेंटर में दी जा रही है, जहां पर वैक्सीनेशन बची है. कल से वैक्सीनेशन के सभी सेंटर्स बंद हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली को जल्द से जल्द वैक्सीन दी जाए, ताकि टीकाकरण सेंटर को चालू किया जा सके. अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से दिल्ली की वैक्सीन कोटा भी बढ़ाने की मांग की है. इसके साथ ही वैक्सीन को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने केंद्र सरकार को 4 सुझाव भी दिए हैं.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में आज से युवाओं का वैक्सीनेशन बंद हो गया है. केंद्र सरकार ने युवाओं के लिए जितनी वैक्सीन भेजी थीं, वो खत्म हो गई हैं. कुछ वैक्सीन की डोज बची हैं वो कुछ सेंटर में दी जा रही हैं, वो भी शाम तक खत्म हो जाएंगी. कल से युवाओं के वैक्सीनेशन के सभी सेंटर बंद हो जाएंगे.
Source : IANS