Omicron variant: कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन (Covid new variant Omicron) अब पूरी दुनिया के लिए मुसीबत बन गया है. 106 देशों में फैल चुका ओमिक्रॉन अब भारत के 16 राज्यों को अपनी चपेट में ले चुका है. यही वजह है कि ओमिक्रॉन ( Omicron) को लेकर केंद्र और राज्य सरकारें अलर्ट मोड़ में आ गई हैं. लोग फेस मास्क ( Face Masks ) लगाकर ही घरों से बाहर निकल रहे हैं. ऐसे में विशेषज्ञों ने मास्क के चुनाव को लेकर चेतावनी जारी की है. विशेषज्ञों का कहना है कि केवल मास्क पहनने भर से ही ओमिक्रॉन से नहीं बचा जा सकता. क्योंकि ओमिक्रॉन को रोकने में मास्क कितना असरदार है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह किस कपड़े का बना हुआ है.
यह खबर भी पढ़ें- अश्लील फोटो खींच ब्लैकमेल करता था युवक, लड़कियों ने दी दिल दहलाने वाली सजा
विशेषज्ञों का कहना है कि देखा गया है कि संक्रमण के समय लोग मास्क की क्वालिटी से ज्यादा उसकी दिखावट को तरजीह देते हैं ताकि उसको कई बार इस्तेमाल किया जा सके. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में प्राइमरी हेल्थ केयर सर्विस के प्रोफेसर ट्रिश ग्रीनहाल के अनुसार मास्क अच्छे भी होते हैं और खतरनाक भी. मास्क की क्वालिटी इस बात पर निर्भर करती है कि वह कैसे कपड़े से बना है.
यह खबर भी पढ़ें- Omicron को लेकर दिल्ली में नई गाइडलाइंस जारी, जानें क्या हैं नए नियम?
प्रोफेसर ग्रीनहाल का तो यहां तक कहना है कि ओमिक्रॉन जैसे वेरिएंट से बचाव के लिए मास्क का डबल और ट्रिपल लेयर का बना होना जरूरी है. जबकि कई बार तो मास्क में नाम मात्र की ही लेयर होती है जो लाभकारी होने के बजाए खतरनाक साबित होते हैं, क्योंकि मास्क लगाकार अक्सर लोग लापरवाह हो जाते हैं.
Source : News Nation Bureau