Advertisment

खड़े-खड़े बेहोश होना डिमेंशिया का लक्षण: शोध

मध्यम आयु वर्ग वाले लोगों के रक्तचाप में अचानक गिरावट डिमेंशिया या स्ट्रोक के बढ़ते खतरे का संकेत हो सकता है।

author-image
Aditi Singh
एडिट
New Update
खड़े-खड़े बेहोश होना डिमेंशिया का लक्षण: शोध

प्रतीकात्मक तस्वीर

Advertisment

मध्यम आयु वर्ग वाले लोगों के रक्तचाप में अचानक गिरावट डिमेंशिया या स्ट्रोक के बढ़ते खतरे का संकेत हो सकता है। रक्तचाप में गिरावट होने से उन्हें खड़े होने के दौरान बेहोशी, चक्कर आना जैसा महसूस होता है।

शोध के निष्कर्षो में कहा गया है कि ऐसे लोग, जिन्हें रक्तचाप में गिरावट का अनुभव किया, उनमें डिमेंशिया विकसित होने का 54 फीसदी ज्यादा जोखिम पाया गया। रक्तचाप में गिरावट महसूस करने वाली स्थिति को ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन कहते हैं।

इनमें इस्केमिक स्ट्रोक विकसित होने की संभावना दोगुना पाई गई। यह स्थिति दिमाग को रक्त ले जाने वाली रक्त वाहिका में रक्त का थक्का बनने के कारण होती है। 

अमेरिका के मैरीलैंड में जॉन हॉकिंस विश्वविद्यालय की एंड्रिया रॉवलिंग्स ने कहा, 'ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन दिल की बीमारी, बहोश होने और गिरने से जुड़ी हुई है, इसलिए हम यह जानने के लिए कि क्या निम्न रक्तचाप का यह प्रकार दिमाग से खास तौर से डिमेंशिया से जुड़ा है, इसके निर्धारण के लिए विस्तृत शोध करना चाहते हैं।'

इस शोध का प्रकाशन पत्रिका 'न्यूरोलॉजी' में किया गया है। इसमें शोध दल ने 11,709 लोगों के आंकड़ों का विश्लेषण किया। 

इसे भी पढ़ें: लीवर की जांच कराकर भी रोका जा सकता है हेपेटाइटिस!

Source : IANS

dementia risk Feeling faint
Advertisment
Advertisment