केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 6 मार्च तक सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक के समापन का निर्देश दिया है. अधिकारियों ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी. मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सूचित किया है कि सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को 1 मार्च तक कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक दे दें. राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 6 मार्च तक राउंड को समाप्त करने का निर्देश दिया गया है. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा गया है कि वे 1 मार्च तक कोइन एप्लीकेशन में सूचीबद्ध सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए टीकाकरण का कार्यक्रम निर्धारित करें. आगे, उनसे पूछा गया है कि सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को 6 मार्च तक मोप-अप राउंड का अवसर दिया जाना चाहिए.
इससे पहले, स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 20 फरवरी तक स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन की पहली खुराक देने के लिए कहा था. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि उद्देश्य यह होना चाहिए कि कोई भी इच्छुक लाभार्थी पीछे न रहे और इसके लिए राज्य और केंद्र शासित प्रदेश मोप-अप संचालन करने के लिए उतना स्वतंत्र हैं, जितना वे चाहते हैं.
मंत्रालय के मुताबिक, हेल्थ केयर वर्कर्स का आंकड़ा कोविन ऐप (CoWIN App) पर पंजीकृत कुल संख्या का 54.7 फीसदी है, जबकि अब तक वैक्सीन लेने वाले फ्रंटलाइन वर्कर्स की संख्या 4.5 प्रतिशत है. गौरतलब है कि हेल्थकेयर वर्कर्स का टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से शुरू हुआ, जबकि फ्रंटलाइन वर्कर्स को 2 फरवरी से टीका लगना शुरू हुआ था.
भारत में फिलहाल दो वैक्सीन लगाई जा रही है और दोनों ही भारत में निर्मित हैं. भारत में लाभार्थियों को सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन दी जा रही है. इसके अलावा भारत की दोनों देसी वैक्सीन दुनिया के अलग-अलग देशों में भी एक्सपोर्ट की जा रही है.
भारत में कोरोना वायरस की गति में थोड़ी कमी आई है. देशभर में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 1,08,14,304 हो चुकी है, जबकि मरने वालों का आंकड़ा भी 1.5 लाख के पार हो चुका है. पूरे देश में अभी तक 1,05,10,796 लोग महामारी से रिकवर हो चुके हैं और अभी भारत में एक्टिव मामलों की कुल संख्या भी करीब 1.5 लाख के आसपास है.
Source : IANS