Food Poisoning: फूड पॉइजनिंग एक भोजन-संबंधी बीमारी है जो जीवाणुओं, विषाणुओं, या अन्य किरणों के कारण भोजन के सेवन के बाद हो सकती है. यह आमतौर पर खाद्य नियंत्रण, सफाई, या विशेष भोजन की अवस्था के कारण होती है. यह बुखार, उल्टी, पेट दर्द, और अन्य गंभीर लक्षणों के साथ हो सकती है. फूड पॉइजनिंग, चिकित्सा रूप से भोजन संबंधी बीमारी के रूप में जानी जाती है, जो अपशिष्ट खाद्य या पेय का सेवन करने पर होती है. फूड पॉइजनिंग जीवाणुओं, वायरस, परजीवी, या माइक्रोऑर्गेनिज्म द्वारा उत्पन्न टॉक्सिनों के कारण होती है. अपशिष्टता किसी भी खाद्य उत्पादन, प्रोसेस, या तैयारी के किसी भी चरण में हो सकती है, अक्सर गलत हैंडलिंग, संग्रहण, या पकाने की वजह से. WHO (World Health Orgnisation)के एक रिपोर्ट के अनुसार, असुरक्षित भोजन के कारण दुनिया में हर साल 5 लाख मौतें होती है, इससे 5 साल से कम उम्र के बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होते है. 2022 में पूरे भारत के स्कूलों में फूड पॉइजनिंग के करीब 979 मामले सामने आए, ये संख्या पिछले 6 वर्षों में सबसे अधिक है.
भोजन के संदर्भ में खाद्य उत्पादों में जीवाणु, वायरस, या अन्य कृत्रिम या आन्तरिक रूप से हानिकारक पदार्थों के संयोजन से खाने से खराबी की संभावना होती है. आइए जाने इसके कारण हैं:
जीवाणु और वायरस: अगर खाद्य का संरक्षण उचित नहीं किया जाता है या अगर बाजार में साफ-सफाई नहीं की गई है, तो खाद्य पदार्थों में जीवाणु और वायरस मौजूद हो सकते हैं जो खराबी का कारण बन सकते हैं.
अशुद्ध पानी: जल का निरीक्षण और उपयोग करने से पहले सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि यह सुरक्षित हो. अशुद्ध पानी पीने से भी खाने के लिए खतरनाक हो सकता है.
गैस्ट्रोनॉमिक कारक: कभी-कभी खाद्य पदार्थों में गैस्ट्रोनॉमिक कारक जीवाणु या फंगस मौजूद हो सकते हैं, जो खराबी का कारण बन सकते हैं.
खाने की अनुपात: कई बार, खाने की अनुपात का गलत इस्तेमाल करने से भी पेट को खराब कर सकता है. उदाहरण के लिए, अधिक मात्रा में खाना, अधिक मसाले या तेलीय भोजन खाना खाने के लिए हानिकारक हो सकता है.
खाने के सामग्री को सुरक्षित रखने के कुछ उपाय:
1. सभी खाद्यान्न को अच्छे से पकाएं, विशेष रूप से मांस को अच्छे से पकाना महत्वपूर्ण है.
2. खाने की सामग्री को अलग-अलग चक्की और काटने के बोर्ड का उपयोग करें.
3. अधिकतम स्वच्छता का ध्यान रखें, खाद्य सामग्री को अच्छे से धोकर पकाने से पहले.
4. खाने के बाद बची हुई खाद्यान्न को ठंडे तापमान पर रखें और उसे जल्दी से जल्दी खाने की व्यवस्था करें.
5. भोजन को खुले में न रखें, विशेषकर जल्दी खराब होने वाले खाद्य पदार्थों को.
अगर आपको लगता है कि आपने खाने के बाद खाने में या पीने में किसी अद्भुत आहार का सेवन किया है, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें.
Source : News Nation Bureau