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गर्मियों में बढ़ जाता है फूड पॉइजनिंग का खतरा, ऐसें रखें अपना ख्याल

फूड पॉइजनिंग होने के कई कारण हैं. आमतौर पर बासी, ख़राब या सड़ी-गली चीज़ें खाने से ये समस्या हो सकती है. बैक्टीरिया के संपर्क में आने के कारण भी फूड पॉइजनिंग हो सकती है. रोगप्रतिरोधक क्षमता अगर कमजोर हो, तो इसके परिणाम और भी गंभीर होते हैं.

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Karm Raj Mishra
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Food Poisoning

Food Poisoning( Photo Credit : News Nation)

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गर्मियों (Summer) में फूड पॉइजनिंग (Food Poisoning) का जोखिम बहुत अधिक होता है. बढ़े हुए तापमान की वजह से कई खाद्य पदार्थ हैं जो जल्दी खराब हो जाते हैं और उनमें कई तरह के कीटाणु तेजी से पनपते हैं. नतीजन फूड पॉइजनिंग हो सकती है. लिहाजा गर्मी के दिनों में लोगों को अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए. इस मौसम में बाहर खाने-पीने में, चाहकर भी भोजन की गुणवत्ता और उसका ताजा होना सुनिश्चित नहीं किया जा सकता. घर पर भी बासी चीजों को फेंकने के बजाय खाकर खत्म कर देने की प्रवृत्ति होती है. लेकिन इससे होने वाले नुकसान कई गुना अधिक हो सकते हैं. 

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क्या होती है फूड पॉइजनिंग ?

फूड पॉइजनिंग होने के कई कारण हैं. आमतौर पर बासी, ख़राब या सड़ी-गली चीज़ें खाने से ये समस्या हो सकती है. बैक्टीरिया के संपर्क में आने के कारण भी फूड पॉइजनिंग हो सकती है. रोगप्रतिरोधक क्षमता अगर कमजोर हो, तो इसके परिणाम और भी गंभीर होते हैं. पेट में दर्द, डायरिया, दस्त आदि समस्याएं होती हैं. बच्चों और बुजुर्गों को इसका सबसे ज्यादा जोखिम होता है. आमतौर पर बासी या खराब हो चुके भोजन को खाने और बैक्टीरिया, वायरस या कीट के संपर्क में आने के कारण फूड पॉइजनिंग होती है. 

क्या हैं लक्षण ?

फूड पॉइजनिंग होने पर पेट में दर्द, डायरिया, दस्त, उल्‍टी, हल्‍का बुखार, कमजोरी, चक्‍कर आदि लक्षण देखने को मिलते हैं. यदि किसी को खाना खाने के थोड़ी देर बाद एकदम से कमजोरी महसूस होने लगे, तो इसे नजरअंदाज न करें. कई बार फूड पॉइजनिंग से स्थिति काफी गंभीर हो जाती है. और लोगों की जान पर भी बन जाती है. ऐसी स्थिति में घरेलू उपाय करने की बजाय डॉक्टर के पास जरूर जाएं. 

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इन बातों का रखें ख्याल

  1. पका हुआ भोजन बार-बार पकाकर या गर्म करके न खाएं. 
  2. घर में पालतू जानवरों को भोजन से दूर रखें. 
  3. बासी भोजन करने से बचें, जहां तक हो सके ताजा भोजन हीं करें.
  4. भोजन को ढंककर रखें और गर्मी के मौसम में भोजन फ्रिज में स्‍टोर करें.
  5. सूखे मसाल और अनाज आदि में बैक्टीरिया पनप सकते हैं इसलिए इनके रख-रखाव पर ध्यान दें.
  6. नमकीन,  स्‍नैक्‍स, बिस्किट आदि एयर टाइट डब्‍बों में हीं रखें.
  7. खाद्य पदार्थों का एक्सपायरी डेट जरूर चेक करें. 
  8. आटे या बेसन आदि भी एयर टाइट डिब्बों में रखें. 
  9. गूंधा हुआ आटा बचे तो उसे भी फ्रिज में रखें. और 24 घंटे के अंदर इस्तेमाल कर लें.
  10. रोटी बनाते समय अगर परथन बच जाएं तो उन्‍हें दुबारा स्‍टोर ना करें.
  11. टमाटर, तरबूज, संतरा, दही, दूध आदि को फ्रीज में स्‍टोर करें.

खराब भोजन की गंध पहचानना सीखें. भोजन हमेशा सूंघने के बाद ही खाएं, खासतौर पर बाहर. गर्मी में बाहर का दही और चटनी खाने से बचें. चाट और फुल्की में दही और चटनी के ख़राब होने का अहसास जल्दी नहीं हो पाता.

HIGHLIGHTS

  • गर्मी में अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखें
  • खराब भोजन की गंध पहचानना सीखें
  • गर्मी में बाहर का दही और चटनी खाने से बचें
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