आईएमए के अनुसार 13 प्रतिशत पुरुषों और सात प्रतिशत महिलाओं में किडनी की पथरी की समस्या पाई जाती है। पूरे दिन में तरल पदार्थो का सेवन बढ़ाने से किडनी की पथरी के बार-बार होने का जोखिम आधा रह जाता है और इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता। एक रिसर्च में शोधकर्ताओं ने 480 लोगों को शामिल किया जिसमे से 466 लोग रोजाना पानी कम पीते थे और उनमे स्टोन्स का होने का खतरा सामने आया। पानी कम पीने से यूरिक एसिड और अन्य टॉक्सिक आपस में घुल जाते है जिससे किडनी में स्टोन्स का बनना शुरू हो जाता है। किडनी में पथरी के इलाज के साथ बेहतर डाइट लेना भी बेहद जरूरी है।
Source : News Nation Bureau