Gall Bladder Stone : पित्ताशय की पथरी या गॉल स्टोन्स, शरीर में पित्ताशय में पथरी के रूप में बनने वाले अत्यंत छोटे या पत्थरों को कहा जाता है. ये पत्थर पित्ताशय के आयामों के विकास के कारण बनते हैं, जो विभिन्न कारणों से हो सकता है, जैसे कि शरीर में अधिक आयरन या कैल्शियम की मात्रा, अपाक, या पेट में संक्रमण. ये पत्थर पित्ताशय या उसके नलिकाओं में उत्पन्न होते हैं और कई बार उनका आकार छोटा होता है, लेकिन कई बार ये बड़े भी हो सकते हैं. जो पित्ताशय के नलिकाओं को अवरुद्ध कर सकते हैं और दर्द या अन्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं. यह एक गंभीर समस्या है और उपचार के लिए चिकित्सक सलाह की आवश्यकता होती है.
पित्ताशय की पथरी के कारण :
आहार: अधिक तेलीय, मसालेदार और तीखे खाने का सेवन करना पित्ताशय में पथरी के उत्पन्न होने के कारण हो सकता है.
वास्तविक शारीरिक सक्रियता की कमी: कम सक्रिय जीवनशैली, गहरी बैठक या अधिक अवधिक तक बिस्तर में लेटे रहना पित्ताशय की पथरी के उत्पन्न होने के लिए एक कारण हो सकता है.
अधिक मोटापा: मोटापा और अधिक वजन लेने से पित्ताशय की पथरी का खतरा बढ़ जाता है.
खान-पान: अल्कोहल और अधिक मिठाई युक्त भोजन का सेवन करने से पित्ताशय की पथरी हो सकती है.
आनुवंशिक कारण: कई मामूली मामूली संबंधित गुण और आनुवंशिक कारक भी पित्ताशय की पथरी के उत्पन्न होने का कारण बन सकते हैं.
इन कारणों के साथ-साथ, पित्ताशय की पथरी का अधिक खतरा उन लोगों में होता है जिन्हें परिवार में इस समस्या का इतिहास हो, जिन्हें अधिकतम तेल और मसालेदार भोजन का सेवन करना पसंद होता है, और जो अपाक की समस्या से पीड़ित होते हैं.
पित्ताशय की पथरी का इलाज
पित्ताशय की पथरी का इलाज व्यक्ति के रोग के स्थिति, पथरी के आकार और प्रकार पर निर्भर करता है. कुछ मामलों में, अगर पथरी संबंधित लक्षणों का समय पर पता चला जाता है, तो औषधीय उपचार और जीवनशैली परिवर्तन से ही इसे निकाला जा सकता है. यहां कुछ प्रमुख इलाज के उपाय दिए जा रहे हैं:
दवाओं का सेवन: डॉक्टर द्वारा निर्धारित औषधियों का सेवन करना, जो पित्ताशय की पथरी के रोग को ठीक करने में मदद करती हैं.
पानी का सेवन: अधिक मात्रा में पानी पीना, ताकि पथरी बाहर निकल सके और रोग का इलाज हो सके.
आहार में परिवर्तन: तेलीय और मसालेदार भोजन से बचना और प्राकृतिक आहार लेना, जो पित्ताशय के स्वास्थ्य के लिए अधिक फायदेमंद होता है.
प्रवेशिकी विज्ञान: कई मामलों में, बड़ी पथरी को सुर्जरी के द्वारा निकाला जाता है.
व्यायाम: नियमित व्यायाम करना और शारीरिक क्रियाओं में सक्रिय रहना, पित्ताशय की पथरी के लिए फायदेमंद होता है.
कृपया ध्यान दें कि पित्ताशय की पथरी का उपचार केवल डॉक्टर के सलाह के अनुसार ही किया जाना चाहिए.
Source : News Nation Bureau