आज दुनियाभर में 154वीं जयंती सेलिब्रेट की जा रही है. 2 अक्टूबर 1869 में जन्मे महात्मा गांधी ने देश की आजादी में अतुल्य योगदान दिया था. स्वाधीनता के लिए उनके महान विचार, बेहतरीन कूटनीति और तमाम आनदोलनों के बलबूते ही आज देश स्वतंत्रता की बुनियाद पर मजबूती से खड़ा है. हालांकि इस दौरान बापू ने तमाम संघर्षों का सामना भी किया, अंग्रेजी शासकों को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए गांधी जी ने मिलो-मिल का फासला तया किया, न दिन देखा-न रात बस स्वाधीनता के इस रण में खुद को झोंक दिया...
हैरत की बात तो ये है कि, इतना सबकुछ तब जब उनकी उम्र 70 साल से भी अधिक थी, ऐसे में कई लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि, आखिर बापू इतनी उम्र के बावजूद इतने सेहतमंद कैसे थे? जबकि आजकल तो इस उम्र में घुटनों में दर्द, कमर दर्द, हृदय रोग, मधुमेह जैसी तमाम बीमारियों घेर लेती हैं... तो चलिए जानते हैं...
दरअसल गांधी जी की सेहत के पीछे का असली राज छिपा है उनकी डाइट यानि आहार में. जी हां... बहुत ही कम लोग जानते हैं कि बापू अपने खाने-पीने को लेकर काफी ज्यादा सतर्क थे. वो कभी भी ऐसी किसी भी चीज का सेवन नहीं करते थे, जो उनके शरीर को नुकसान पहुंचाए. वे हमेशा स्वच्छ और स्वस्थ खाना ही पसंद करते थे.
चलिए जानें... क्या खाते थे बापू
महात्मा गांधी अपनी सेहत का ख्याल रखने के लिए, नमक और दाल से कुछ दूरी बना कर रखा करते थे. वे अपने आहार में अंकुरित गेहूं, मीठे, पीसी हुई हरी पत्तियां, नींबू और शहद का सेवन किया करते थे. न सिर्फ इतना, बल्कि उनके भोजन का समय भी तय था. उनके दिन का पहला भोजन सुबह 11 बजे, दूसरा शाम 6.15 बजे खाते थे. गांधी जी पानी भी उबालकर पिया करते थे, उनका मानना था कि इससे स्वास्थ बेहतर रहता है.
ऐसे में अगर आप चाहें, तो इन सेहत टिप्स को फॉलो कर सकते हैं, जो आपको भी शारीरिक और मानसिक तौर पर मजबूत बनाएगा. हालांकि किसी भी गंभीर परिस्थितियों में पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
Source : News Nation Bureau