Heat Stroke Herbs: आयुर्वेद में लू से बचाव के लिए कई जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है. ये जड़ी-बूटियाँ शरीर को ठंडा रखने, निर्जलीकरण को रोकने और ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मदद करती हैं. हीट वेव (Heat Wave) एक मौसमी उपघात है जिसमें अत्यधिक तापमान होता है और वातावरण में उच्च गरमी की अनुभूति होती है. यह उच्च तापमान की दौरानी स्थिति होती है जो आमतौर पर कुछ दिनों तक चलती है. हीट वेव के समय में वातावरण में अत्यधिक उच्च तापमान के कारण लोगों को जलन, गर्मी, थकान और थर्मल स्ट्रेस की समस्याएँ हो सकती हैं. इसके अलावा, यह वनस्थलीय, पशुओं और वन्यजीवों को भी प्रभावित कर सकता है.
1. गिलोय
गिलोय एक प्राकृतिक एंटीपायरेटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी जड़ी बूटी है जो शरीर को ठंडा करने और बुखार को कम करने में मदद करती है. आप गिलोय पाउडर को पानी या दूध के साथ मिलाकर ले सकते हैं, या गिलोय का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं.
2. चंदन
चंदन एक शीतल जड़ी बूटी है जो शरीर को ठंडा करने और त्वचा को शांत करने में मदद करती है. चंदन पाउडर को पानी में मिलाकर पेस्ट बना सकते हैं और इसे अपने चेहरे और शरीर पर लगा सकते हैं.
3. मुसब्बर वेरा
मुसब्बर वेरा एक प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र और एंटी-इंफ्लेमेटरी जड़ी बूटी है जो त्वचा को हाइड्रेटेड और शांत रखने में मदद करती है. मुसब्बर वेरा के जेल को सीधे अपनी त्वचा पर लगा सकते हैं, या इसे पानी या जूस में मिलाकर पी सकते हैं.
4. तुलसी
तुलसी एक एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी जड़ी बूटी है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और शरीर को संक्रमण से बचाने में मदद करती है. तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालकर काढ़ा बना सकते हैं और इसे पी सकते हैं, या तुलसी की पत्तियों को चबाकर खा सकते हैं.
5. खीरा
खीरा एक शीतल और हाइड्रेटिंग फल है जो शरीर को ठंडा रखने और निर्जलीकरण को रोकने में मदद करता है. खीरे को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, या खीरे के स्लाइस को अपनी त्वचा पर लगा सकते हैं.
इन जड़ी-बूटियों के अलावा, आप गर्मी की लहरों से बचने के लिए पानी और तरल पदार्थों का भरपूर सेवन करें. हल्के और ढीले कपड़े पहनें. सीधी धूप में जाने से बचें. ठंडा स्नान या शॉवर लें. ठंडे फल और सब्जियां खाएं. कैफीन और अल्कोहल से बचें. पर्याप्त नींद लें. अगर आपको हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे कि उच्च बुखार, चक्कर आना, या भ्रम, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें. जड़ी-बूटियों का उपयोग करते समय सावधानी बरतनी चाहिए. यदि आपको कोई स्वास्थ्य स्थिति है या आप कोई दवा ले रहे हैं, तो जड़ी-बूटियों का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें.
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Source : News Nation Bureau