आजकल जितनी प्रॉब्लम डायबिटीज और शुगर की बढ़ती जा रही है. वहीं इस लिस्ट में एक और बीमारी जुड़ गई है. जो आए दिन हर दूसरे इंसान में देखने को मिल जाती है. जिसका नाम थायरॉइड है. वैसे तो थायरॉइड आजकल एक कॉमन प्रॉब्लम बन गया है क्योंकि ये बड़ों में तो दिखती ही थी. लेकिन, ये छोटे बच्चों में भी देखी जाने लगी है. ये बीमारी बॉडी में आयोडीन की कमी से होती है. मेल्स के कंपैरिजन में ये फीमेल्स में ज्यादा देखने को मिलती है. इस बीमारी से जूझ रही लेडीज का वेट तेजी से बढ़ने लगता है. फैट की वजह से उन्हें और भी दूसरी प्रॉब्लम्स होने लगती हैं. इसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी होती है. तो, चलिए आपको बताते हैं कि इसे कंट्रोल में कैसे रखा जाए.
थायरॉइड में तुलसी जरूर खानी चाहिए. थायरॉइड पेशेंट्स के लिए तुलसी लेना बेहद फायदेमंद हो सकता है. इससे थायरॉइड के कई सिंप्टम्स को कंट्रोल किया जा सकता है. दरअसल, तुलसी में एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल और एंटी इंफ्लेमेटरी क्वालिटीज होती है. जो थायराइड में होने वाली कई परेशानियों को दूर रखती है.
अब, आपको ये बताते हैं कि तुलसी में ऐसे कौन-से न्यूट्रिएंट्स होते हैं जिन्हें खाने से थायरॉइड जैसी प्रॉब्लम दूर हो सकती है. तो, बता दें तुलसी हेल्थ की नजर से काफी फायदेमंद होती है. इसकी पत्तियों को खाने से थायरॉइड को कंट्रोल किया जा सकता है. तुलसी हेल्थ के लिए भी काफी फायदेमंद होती है. इसमें विटामिन C, कैल्शियम, जिंक, आयरन, सिट्रिक, टार्टरिक और मैलिक एसिड जैसे कई न्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं.
ये तो हो गए तुलसी में मौजूद न्यूट्रिएंट्स की लिस्ट. अब, ये भी बता देते हैं कि इसको लेना कैसे है. इसे लेने के लिए तुलसी की ताजी पत्तियां तोड़कर इसका रस निकाल लें. इस रस में आधा चम्मच एलोवेरा जूस मिला लें. इसे खाने से थायरऑइड को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है. आप चाहें तो दिन में 2 बार तुलसी की बिना दूध वाली चाय भी पी सकते हैं. इसके अलावा सुबह खाली पेट 2-3 तुलसी की पत्तियों को चबाना भी फायदेमंद होता है.