Health Tips: आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए कई तरह के उपाय होते हैं। पहले तो, समय-समय पर आँखों का चेकअप कराना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, पोषक आहार जैसे कि मेवे, सब्जियाँ, और हरे पत्ते जैसे खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करना बहुत लाभदायक होता है। विटामिन ए, सी, और ई की समृद्धि से आंखों की रोशनी में सुधार होता है। आँखों को सुरक्षित रखने के लिए समय-समय पर आंखों की सफाई करना और उन्हें प्राकृतिक तरीके से आराम देना भी जरूरी है। लंबे समय तक कंप्यूटर, मोबाइल, टेलीविजन जैसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज का उपयोग करने से आँखों की रोशनी में कमी हो सकती है, इसलिए इन्हें प्रयोग में संयम बनाए रखना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। आखिरकार, अधिक व्यायाम और नियमित चश्मा पहनना भी आंखों की सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
आंखों की रोशनी बढ़ाने के घरेलू नुस्खे
1. आंखों को आराम दें: लंबे समय तक स्क्रीन (जैसे मोबाइल, लैपटॉप, टीवी) देखने से बचें। हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर की वस्तु देखें (20-20-20 नियम)। हर दिन कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें। दिन में दो बार ठंडे पानी से आंखों को धोएं।
2. पौष्टिक भोजन खाएं: विटामिन A, C, E, और lutein से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं। गाजर, पालक, शकरकंद, अंडे, मछली, और नट्स जैसे खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करें।
3. आंखों की एक्सरसाइज करें: नियमित रूप से आंखों की एक्सरसाइज करें, जैसे कि पलक झपकना, ऊपर-नीचे और दाएं-बाएं घुमाना, और ज़ूमिंग। योग और ध्यान भी आंखों के लिए फायदेमंद होते हैं।
4. धूप से बचाव करें: बाहर निकलते समय धूप का चश्मा पहनें। अपनी आंखों को UV किरणों से बचाएं।
5. आंखों की नियमित जांच करवाएं: साल में कम से कम एक बार आंखों की जांच करवाएं। यदि आपको कोई समस्या है, तो डॉक्टर से परामर्श लें।
कुछ और घरेलू नुस्खे
त्रिफला: त्रिफला चूर्ण को पानी में उबालकर ठंडा करें और उस पानी से आंखों को धोएं।
एलोवेरा: एलोवेरा जेल को आंखों में लगाने से आंखों को ठंडक मिलती है और रोशनी बढ़ती है।
गुलाब जल: गुलाब जल से आंखों को धोने से आंखों की जलन कम होती है और रोशनी बढ़ती है।
आंवला: आंवले का रस पीने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
इन नुस्खों का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें। आपको कोई गंभीर समस्या है, तो डॉक्टर से उचित उपचार लें। यह भी ध्यान रखें कि आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए कोई भी जादुई नुस्खा नहीं है। यह एक धीमी प्रक्रिया है और इसके लिए निरंतर प्रयासों की आवश्यकता होती है।
Source : News Nation Bureau