Helathy Food: वक्त के साथ शरीर में कई बदलाव होते हैं और जैसे-जैसे शरीर में बदलाव होते हैं उसी तरह शरीर के पोषक तत्वों की जरूरत होती है. जिस तरह से एक नवजात शिशु को उसी तरह के आहार की जरूरत होती है, ठीक उसी तरह 30 के बाद भी आपको अलग पोषक आहार की जरूरत होती है. 20वें, 30वें और 40वें दशक तथा उसके बाद भी आहार में बदलाव करना जरूरी है. उम्र का बीसवां दशक उर्जा से भरपूर होता है और शरीक के अंग बिना किसी परेशानी के काम करते हैं. लेकिन जैसे जैसे आप 30 में कदन रखते हैं आपके शरीर में बदलाव होने लगते और तरह-तरह की कमजोरियां होने लगती है अन्य कई बीमारियां होने लगती है.
उम्र के साथ शरीर की कार्य क्षमता बदलती है
बढ़ती उम्र के साथ-साथ शारीरिक मजबूती, मानसिक सेहत और हमारे अंगों की कार्यक्षमता प्रभावित होती है. इसलिए शरीर को उसके पोषण के हिसाब से पोषण देना जरूरी है. लिहाजा बेहतर यही होगा कि उम्र के के हिसाब से अपना आहार लें ताकि शरीर में दुरुस्त बनी रहे. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, व्यक्ति की पोषण सबंधी जरूरतें उसकी आयु, कद, वजन और जीवनशैली पर निर्भर करती है.
उम्र चाहे कोई भी हो, पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं ताकि शरीर सही ढंग से काम कर सके. इसके अलावा रात की नींद से मजाक न लें. क्योंकि लेट नाइट जगने से सुबह जल्दी नहीं जग पाएंगे और उर्जावान महसूस नहीं महसूस करेंगे. शरीर के हिसाब से व्यायाम जरूर करें, ताकि बॉडी में सक्रियता बनी रहे. शारीरिक पोषण के साथ-साथ मानसिक सेहत का भी ध्यान रखें. उम्र बढ़ने के साथ-साथ भूख और स्वाद में बदलाव आने लगता है इसलिए खाने के नए सेहतमंद खाना ही खाए.
60 साल के बाद बहुत ज्यादा तेज मिर्च-मसाले और तले हुए आहार से परहेज करें वरना बदहजमी की दिक्कत हो सकती है. साथ ही मीठे के सेवन से भी बचे और सिपंल खाना खाए. डेयरी उत्पाद जैसे, दही हजम ना होने की स्थिति में कैल्शियम और प्रोटिन की पूर्ति प्लांट बेस्ट फूड ले सकते हैं.
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Source : News Nation Bureau