अगर आप भी दवाओं को पानी के साथ न लेकर फ्रूट जूस के साथ लेते है, तो इस आदत को सुधार लीजिये। बहुत से लोगों को भ्रम यह है कि दवाएं जूस के साथ लेना फायदेमंद होता हैं। जूस दवा के कड़वे स्वाद के साथ उसके असर को भी दूर कर देता है।
अंगूर का रस शरीर में कुछ दवाओं को सोखने की क्षमता कम कर सकता है, वहीं संतरा और सेब के जूस शरीर में दवाओं की सोखने की क्षमता कम कर उनके असर को कम कर सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल को कम करने की दवाओं के साथ अगर खट्टे फलों का जूस का सेवन किया जाये तो इससे छोटी अंत में मौजूद एंजाइम नष्ट हो जाते है।
अवषोशण बढ़ने के कारण शरीर में ओवरडोज़ का खतरा भी बढ़ जाता है। एलर्जी की दवाओं को भी खट्टे फल जैसे अंगूर, संतरा अदि के जूस के साथ लेने से दवाई का असर कम हो जाता है।
कनाडा यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध में पता चला है कि अंगूर, संतरे और सेब का रस कैंसर की दवा एटोपोफोस, बीटा ब्लॉकर दवा एटेनोलोल और एंटी ट्रांसप्लांट रिजेक्शन ड्रग सिस्लोस्पोरीन, सिप्रोफ्लॉक्सासिन, लिवोफ्लॉक्सासिन और इट्राकॉनाजोल जैसे एंटीबायोटिक्स का असर कम कर देता है।
और पढ़ें: नाई से मसाज करवाना पड़ा महंगा, गर्दन की नसों को मारा लकवा
दवाओं को जूस के साथ लेने से शरीर में ड्रग रिएक्शन होने का जोखिम भी बढ़ जाता है। शरीर में खुजली, सांस में तकलीफ, दस्त जैसी दिक्क्तें भी हो सकती है।
फलों के रास में मौजूद तत्व दवा के असर करने की क्षमता पर असर डालते है। कुछ रसायन दवा को ले जाने वाले तत्वों को बाधित कर देते है।
यहां तक कि कुछ रसायन ड्रग मेटाबोलिज्म एंजाइम जो कि दवा तोड़ने का काम करता है उन्हें भी बाधित कर देते है। ऐसा होने से दवाओं का शरीर पर कम असर पड़ता है।
दवाएं लेने में नजरअंदाज या लापरवाही न करें। डॉक्टर की सलह जरूर लें और अपना इलाज खुद ही शुरू न करें।
जूस की तुलना में पानी के साथ दवाएं लेना सुरक्षित माना जाता है क्यूंकि ये दवाओं को बेहतर तरीके से घोलता है। ठंडे पानी के बजाए गुनगुने या गर्म पानी के साथ लेना ज्यादा ठीक रहता है।
और पढ़ें: नवरात्रि में कंडोम विज्ञापन को सनी लियोनी सोशल मीडिया पर हुईं ट्रोल
(इनपुट-आईएएनएस)
Source : News Nation Bureau