Herpes Disease: हर्पीज़ रोग का वास्तविक नाम हर्पीज़ जोस्टर है, जिसे हर्पीज़ वायरस के कारण होने वाला संक्रामक रोग कहा जाता है. यह रोग हर्पीज़ वायरस से होता है, जो वायरस फैमिली का एक सदस्य है. हर्पीज़ रोग एक चरम चोटी, छालों, खुजली, या दर्द के रूप में प्रकट हो सकता है. इसके साथ ही, इसके दूसरे लक्षणों में बुखार, थकान, या शारीरिक अस्वस्थता भी शामिल हो सकती है. हर्पीज़ वायरस संक्रमित व्यक्ति से संपर्क माध्यम से फैलता है, जैसे कि छूत के माध्यम से, लिपिस्टिक, टॉयलेट सामग्री, या यौन संपर्क के माध्यम से. हर्पीज़ रोग का इलाज अंतरावर्ती दवाओं या ऐंटीवायरल दवाओं के सेवन के माध्यम से किया जा सकता है, लेकिन सबसे अच्छा है कि आप इससे बचने के लिए सावधान रहें और स्वच्छता का ध्यान रखें. हर्पीज़ एक वायरल संक्रमण है जो त्वचा और श्लेष्मा झिल्ली को प्रभावित करता है. यह दो प्रकार के वायरस के कारण होता है:
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हर्पीज़ सिम्प्लेक्स वायरस 1 (HSV-1): यह वायरस आमतौर पर मुंह और होंठ के आसपास छाले का कारण बनता है. इसे "ओरल हर्पीज़" भी कहा जाता है.
हर्पीज़ सिम्प्लेक्स वायरस 2 (HSV-2): यह वायरस आमतौर पर जननांगों को प्रभावित करता है. इसे "जननांग हर्पीज़" भी कहा जाता है.
हर्पीज़ के लक्षण: त्वचा पर दर्दनाक छाले, बुखार, थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, लिम्फ नोड्स में सूजन. हर्पीज़ संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है. यह वायरस त्वचा या श्लेष्मा झिल्ली के संपर्क में आने से फैल सकता है, जैसे कि चुंबन, यौन संपर्क, संक्रमित व्यक्ति के छालों को छूना, संक्रमित व्यक्ति के बर्तन या तौलिया का उपयोग करना.
हर्पीज़ का कोई इलाज नहीं है, लेकिन एंटीवायरल दवाएं लक्षणों को कम करने और वायरस के प्रसार को रोकने में मदद कर सकती हैं. हर्पीज़ से बचाव के लिए आप कुछ सावधानियां बरत सकते हैं, संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संपर्क से बचें, चुंबन करते समय सावधानी बरतें, अपने हाथों को बार-बार धोएं और संक्रमित व्यक्ति के छालों को छूने से बचें
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Source : News Nation Bureau