एक शिशु का मस्तिष्क तेजी से विकसित होता है, और यह उसके शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य, सीखने की क्षमता और यहां तक कि एक वयस्क के रूप में उसकी कमाई की क्षमता और सफलता को भी प्रभावित करता है। 0-3 साल की उम्र में बच्चे का मानसिक विकास काफी महत्वपूर्ण होता है। इस आयु समय में बच्चे के मानसिक विकास को कई चरणों में विभाजित किया जा सकता है। निम्नलिखित हैं 0-3 साल की उम्र में बच्चे के मानसिक विकास के मुख्य चरण:
संवेदनशीलता और संज्ञानात्मक विकास (0-12 महीने): इस चरण में, बच्चा अपने परिवेश में होने वाली स्थितियों को समझने की क्षमता विकसित करता है। वह मात्र और भूख की अनुभूति, ध्वनि, स्पर्श, गतिविधियों को समझता है और अपने भावनात्मक जीवन को विकसित करता है।
भाषाई और सांकेतिक विकास (12-24 महीने): इस चरण में, बच्चा शब्दों का उपयोग करने के साथ-साथ भाषा का अर्थ समझने की क्षमता विकसित करता है। वह सांकेतिक भाषा का उपयोग करके अपने विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने का प्रयास करता है।
सामाजिक और व्यक्तित्व विकास (24-36 महीने): इस चरण में, बच्चा अपने आस-पास के समाज में अधिक सहजता से शामिल होता है। वह दूसरों के साथ संवाद करने और सामाजिक संबंध बनाने की क्षमता विकसित करता है। वह अपने आपको स्वतंत्रता की अधिकता से महसूस करता है और अपनी प्रतिभा और क्षमताओं को विकसित करता है।
इन चरणों के दौरान, परिवार, समाज, और विशेष रूप से माता-पिता की भूमिका महत्वपूर्ण होती है जो बच्चे के सही मानसिक विकास में सहायक होती है। इसलिए, इन उम्र के चरणों में बच्चे के साथ खेलने, बातचीत करने, और उसके विकास को समर्थन करने का महत्वपूर्ण होता है।
Source : News Nation Bureau